नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद से ही ट्रैफिक लोड में वृद्धि की संभावना है. अगर समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए तो एयरपोर्ट पर पहुंचने वाले यात्रियों को जाम से जूझना पड़ सकता है. यह समस्या तब और भी बढ़ जाएगी जब एयरपोर्ट पर विमानों की संख्या में इजाफा होगा. गौतमबुद्धनगर के पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने इस समस्या के समाधान के लिए यमुना प्राधिकरण (YEIDA) के सीईओ को पत्र लिखा. इस पत्र में एयरपोर्ट और डोमेस्टिक एयरपोर्ट के आसपास की सभी लिंक मार्गों और सड़कों के चौड़ीकरण का सुझाव दिया गया है. इससे ट्रैफिक की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी.
यमुना एक्सप्रेसवे का विकास
यमुना एक्सप्रेस-वे को वर्तमान में छह लेन का बनाया गया है, लेकिन इसे आठ लेन का बनाने का प्रस्ताव है. यह विकास एयरपोर्ट के आसपास के ट्रैफिक को संभालने में सहायक होगा. इससे न केवल एयरपोर्ट की पहुंच आसान होगी, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी ट्रैफिक का दबाव कम होगा.
एयरपोर्ट का निर्माण कार्य
गौतमबुद्धनगर में नोएडा इंटरनेशनल और डोमेस्टिक एयरपोर्ट का निर्माण तेजी से चल रहा है. यह एयरपोर्ट दो चरणों में विकसित होगा. पहले चरण में एयरपोर्ट में 02 रनवे होंगे, जबकि दूसरे चरण में यह बढ़कर 5 रनवे का हो जाएगा. बता दें कि यह एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश में ग्रेटर नोएडा के जेवर में बनाया जा रहा है. इसकी उड़ानें अप्रैल 2025 से शुरू होने की उम्मीद है, जिससे देश के एयर ट्रैफिक में एक नया आयाम जुड़ जाएगा.
यातायात की बढ़ती संख्या
एयरपोर्ट के संचालन के साथ देश-विदेश से यात्रियों की आवाजाही बढ़ेगी. वर्तमान में, विभिन्न प्रकार के वाहनों का दबाव पहले से ही बढ़ रहा है. कार्गो टर्मिनल के कारण यहां हजारों वाहनों का आवागमन रोजाना होता है.
स्थानीय निवासियों के लिए चुनौती
नोएडा एक्सप्रेसवे पर रोजाना लगभग 10 लाख वाहन आते-जाते हैं. इस कारण से, स्थानीय निवासियों और बाहरी लोगों के लिए यातायात को सुगम बनाना आवश्यक है. पुलिस कमिश्नरेट का मानना है कि एयरपोर्ट से जुड़ी सभी सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ रहा है, इसलिए सड़क चौड़ीकरण बेहद जरूरी है.