संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा की बिसरख पुलिस द्वारा कैब की घटना का 48 घंटे में खुलासा करते हुए लूटी हुई कैब को बरामद कर लिया गया। इसके साथ ही लूट की घटना को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से लूटे हुए दो मोबाइल फोन, दो अन्य फोन, एक स्मार्ट वॉच, एक अवैध तमंचा, जिंदा कारतूस और दो अवैध चाकू बरामद किए गए हैं। वही दोनों आरोपियों के पास से पुलिस ने नगदी भी बरामद की हैं।
दरअसल, 13 अगस्त को इटेडा गोल चक्कर के पास से दो अज्ञात युवकों के द्वारा एक कैब लूट की घटना को अंजाम दिया गया था। आरोपियों ने वृंदावन मथुरा ले जाने के लिए कैब को बुक किया और उसके बाद वृंदावन मथुरा ले जाकर यह कहकर वापस ले आए कि हमें वापस नोएडा ही जाना है वहीं पर तुम्हारा भुगतान करेंगे। इसके बाद आरोपियों ने रास्ते मे अवैध हथियार के बल पर कैब लूट की घटना को अंजाम दिया और कैब ड्राइवर से मोबाइल फोन व अन्य सामान भी लूट कर फरार हो गए। पीड़ित के द्वारा बिसरख पुलिस को मामले की सूचना दी गई।
पीड़ित की तहरीर के आधार पर बिसरख पुलिस ने मामला दर्ज किया और लूटी हुई कैब की तलाश के लिए दो टीम गठित कर दी। बिसरख पुलिस ने बीट पुलिसिंग मैनुअल इंटेलिजेंस के द्वारा दी गई गोपनीय सूचना के आधार पर लूटी हुई कैब गाड़ी सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है आरोपियों की पहचान गाजियाबाद के थाना विजयनगर निवासी तरुण और चंद्र प्रकाश उर्फ चिंटू के रूप में हुई है।
बिसरख थाना प्रभारी अनिल राजपूत ने बताया कि आरोपियों ने इटेडा गोल चक्कर से कैब को बुक किया और फिर मथुरा वृंदावन लेकर चले गए इसके बाद वहां से वापस नोएडा आए और ड्राइवर से कहा कि वहीं पर जाकर तुम्हारा किराया दिया जाएगा। जिसके बाद मथुरा से नोएडा वापस आते समय यमुना एक्सप्रेस वे पर निकट परी चौक के पास अवैध असला व चाकू दिखाकर कैब गाड़ी को लूट ली और फरार हो गए। वही ड्राइवर से दो मोबाइल फोन व जबरन चालक से ₹14239 ऑनलाइन अपने तीसरे साथी के खाते में ट्रांसफर करा लिए। बुधवार को बिसरख पुलिस ने दोनों आरोपियों को एक मूर्ति गोल चक्कर से चिपियाने गांव वाले रोड से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से ढाई हजार रुपये नगद, लूटी गई ओरा कैब, मोबाइल फोन, अवैध तमंचा, कारतूस और अवैध चाकू भी बरामद किए है।
लूट करने का तरीका
आरोपियों के द्वारा पहले ऑनलाइन कैब को बुक किया जाता था इसके बाद सुनसान इलाके में ले जाकर वॉशरूम का बहाना बनाकर गाड़ी रोककर बाहर निकलते थे और ड्राइवर को असला हथियार दिखाकर के अन्य सामान लूट कर फरार हो जाते थे। कैब गाड़ी को लूटने के बाद खाली पार्किंग में ले जाकर खड़ा कर देते थे।