यूपी के देवरिया जिले की भाटपाररानी विधानसभा सीट से भाजपा विधायक सभाकुंवर कुशवाहा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. वीडियो में विधायक और ग्रामीणों के बीच तीखी बहस दिखाई दे रही है. ग्रामीण विधायक को समस्या बता रहे हैं और विधायक कहते हैं कि तुम लोग मानोगे नहीं, ज्यादा धमकाओगे.
मामला उस समय का है, जब विधायक मृतक युवक के परिजनों से मिलने पहुंचे थे. युवक की मौत सर्पदंश के बाद इलाज और एम्बुलेंस की देरी से हो गई थी. इस दौरान गांव वालों ने अस्पताल की लापरवाही और व्यवस्था पर सवाल उठाए, जिस पर विधायक का गुस्सा लोगों पर ही फूट पड़ा.
विधायक और ग्रामीणों के बीच क्या हुई बातचीत :
ग्रामीण: सरकारी अस्पताल में पानी तक नहीं है, इलाज की सुविधा का हाल बद से बदतर है.
भाजपा विधायक : तुम लोग मानोगे नहीं, ज्यादा धमकाओगे.
ग्रामीण : हम धमका नहीं रहे हैं, अपनी समस्या रख रहे हैं. आपको धमकी क्यों लगेगी? हम तो रिक्वेस्ट कर रहे हैं.
भाजपा विधायक : तुम कभी अपनी शिकायत लेकर मेरे पास आए हो? जब इतने दिनों से परेशान थे, तब क्यों नहीं आए?
ग्रामीण : हमारे गांव के बहुत लोग आपके पास गए थे, लेकिन आपने उनकी बात सुनी ही नहीं.
भाजपा विधायक : किसी भी व्यक्तिगत झगड़े की शिकायत मत लाना. भाई-भाई या भाभी के खिलाफ मामले लेकर आओगे तो बिल्कुल नहीं सुनूंगा. बाकी समस्याएं बताओ, सब सुनूंगा.
ग्रामीण: क्या क्या सुन सकते हैं ?
भाजपा विधायक : व्यक्तिगत झगड़ा छोड़कर सब
ग्रामीण : कोई व्यक्तिगत झगड़ा लेकर आपके पास क्यों जाएगा
क्या है पूरा मामला
घटना थाना खामपार क्षेत्र के ग्राम बंधी भीसा की है. यहां के रहने वाले बिट्टू कुशवाहा (18 वर्ष), पुत्र अशोक कुशवाहा, को 14 अगस्त की सुबह सोते समय सांप ने काट लिया. परिवारजन आनन-फानन में बिट्टू को भाटपाररानी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे. डॉक्टरों ने तुरंत उसे देवरिया मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया. समस्या यहीं से शुरू हुई. परिजनों को काफी देर तक एम्बुलेंस नहीं मिली. मजबूरन उन्होंने बिट्टू को बाइक पर लादकर मेडिकल कॉलेज की ओर रवाना किया. लेकिन रास्ते में ही बिट्टू की हालत बिगड़ गई और देवरिया पहुंचने से पहले उसकी मौत हो गई. गांव वालों का गुस्सा फूट पड़ा. लोगों ने अस्पताल परिसर में हंगामा कर दिया और सड़क पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया. उनका आरोप था कि समय पर एम्बुलेंस और बेहतर इलाज मिलता तो बिट्टू की जान बच सकती थी. पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा, तब जाकर मामला शांत हुआ.
सांत्वना देने पहुंचे विधायक, उलझे ग्रामीणों से
घटना के दो दिन बाद, 16 अगस्त को भाजपा विधायक सभाकुंवर कुशवाहा मृतक के घर शोक संवेदना प्रकट करने पहुंचे. यहां ग्रामीणों ने एक-एक कर अपनी समस्याएं गिनानी शुरू कर दीं. इसी पर विधायक भड़क गए और ग्रामीणों से बोले तुम लोग धमकाना बंद करो.
वीडियो एडिट किया गया : विधायक
वायरल वीडियो के बारे में विधायक से फोन पर बात की, तो उन्होंने सफाई दी. उन्होंने कहा कि मैं मृतक बिट्टू के परिजनों के घर सांत्वना देने गया था. घटना के दिन मैं विधानसभा की कार्यवाही में मौजूद था, इसलिए पहले नहीं पहुंच सका. ग्रामीण अपनी बात कह रहे थे, लेकिन कुछ लोग राजनीतिक दबाव बनाकर मुआवजे की मांग कर रहे थे. यह संभव नहीं है, क्योंकि परिवार ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया. बिना पोस्टमार्टम और शासन की गाइडलाइन के मुआवजा नहीं दिया जा सकता. विधायक ने यह भी कहा कि लोग डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगा रहे थे. मैंने मौके पर ही डीएम और सीएमओ से बात की और जांच का आश्वासन मिला. अगर जांच में गड़बड़ी पाई गई तो डॉक्टरों पर कार्रवाई होगी. जहां तक वीडियो का सवाल है, उसे एडिट कर वायरल किया जा रहा है ताकि मेरी छवि खराब हो.
इस लिए फूटा गांव वालों का गुस्सा
गांव के लोगों का कहना है कि सरकारी अस्पतालों की हालत बेहद खस्ता है. अस्पताल में पानी और दवाइयों की कमी है. एम्बुलेंस समय पर नहीं आती. डॉक्टरों का रवैया लापरवाही भरा है. ग्रामीणों का आरोप है कि यही वजह थी कि बिट्टू कुशवाहा की मौत हुई. उनका कहना है कि अगर स्वास्थ्य केंद्र पर ही सही इलाज मिल जाता या एम्बुलेंस समय से पहुंच जाती, तो आज हमारा बेटा जिंदा होता.