बागपत: यूपी के बागपत में एक युवती को बिटौड़े में जलाकर मार दिया गया था. युवती कौन थी, उसकी हत्या किसने और क्यों की इसको लेकर पुलिस पशोपेश में थी. इसी बीच इस ब्लाइंड मर्डल की गुत्थी एक लॉकेट ने खोल दी. युवती के गले से डेरा सच्चा सौदा आश्रम का लॉकेट मिला था. जिसके आधार पर उसकी पहचान हो गई. इसके बाद पुलिस पड़ताल में पता चला कि युवती के मां-बाप और भाई ने ही उसकी हत्या छोटी सी बात के लिए कर दी थी.
कुछ दिन पूर्व बागपत के बिनौली क्षेत्र में एक युवती की बिटौड़े में जलती लाश मिली थी. शव की शिनाख्त कराना मुश्किल था. लेकिन, घटना स्थल पर पुलिस को लाश के गले से डेरा सच्चा सौदा आश्रम बरनावा का एक लॉकेट बरामद मिला था, जिस पर लिखे एक नंबर से पुलिस ने उसकी पहचान कराई और फिर कातिल तक पहुंचकर और हत्या की वारदात से पर्दा उठा दिया.
युवती का नाम कोमल था जो नंगला पोइस गांव की रहने वाली थी, उसी के मां-बाप और भाई ने महज इसलिए उसे मारकर बिटौड़े में जला दिया था क्योकि, उसने भाई की दुल्हन के लिए अपने जेवरात देने से मना कर दिया था. पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए मां-बाप और भाई को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस को तफ्तीश में पता चला कि कोमल का पति के साथ विवाद था और वो हरियाणा में नौकरी करती थी. अपने मायके नंगला पोइस में रहती थी. पूछताछ में पता चला कि कोमल की हत्या उसी के भाई और मां-बाप ने मिलकर की थी.
एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि हाल ही में कोमल के भाई की शादी होने वाली थी, जिसकी दुल्हन को कोमल के गहने शगुन में देने थे. जिन्हें देने से कोमल ने मना कर दिया था. इसको लेकर विवाद हुआ और तीनों ने उसकी हत्या कर शव दूसरे गांव के बिटौड़े में जला दिया था. फिलहाल पुलिस ने तीनों को अरेस्ट कर लिया है और घटना का खुलासा कर दिया है.