संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने शनिवार को शहर का दौरा किया सीईओ करीब 4 घंटे तक सड़कों पर घूमती रही। इस दौरान जन स्वास्थ्य विभाग से जुड़े कार्यों में लापरवाही मिलने पर संबंधित तीन कॉन्ट्रेक्टरों पर 14 लाख रुपये की पेनल्टी लगाई और दो स्वास्थ्य सुपरवाइजर को हटा दिया गया है वही तीन स्वास्थ्य निरीक्षकों को चेतावनी दी गई है।
उधान विभाग के 4 कॉन्ट्रेक्टरों पर 20 लाख रुपए की पेनल्टी लगाई गई है और उद्यान विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक को अंतिम चेतावनी जारी की गई है। इसके साथ ही 4 सुपरवाइजर को हटा दिया गया है और सिविल कार्यों से जुड़े छह कांटेक्ट नंबर 30 लाख रुपए की पेनल्टी लगाई गई है। इसके साथ ही सभी वर्क सर्किल प्रभारियों को कड़ी चेतावनी दी गई है।
जन स्वास्थ्य विभाग के अनुसार एजी एनवायरो इंफ्रा प्रोजेक्ट फर्म पर 5 लाख रुपये की पेनल्टी लगाई गई है एंटोनी वेस्ट हैंडलिंग सेल पर भी कई लाख रुपये की पेनल्टी लगाई गई है साईनाथ सेल्स एंड सर्विसेज पर 4 लाख रुपये की पेनल्टी लगाई गई है और नॉलेज पार्क 2 में तैनात सुपरवाइजर अमन भाटी को हटा दिया गया है साथ ही सेनेटरी इंस्पेक्टर राकेश कुमार और ओमिक्रोन 1 के सेनेटरी इंस्पेक्टर दिनेश कुमार को चेतावनी पत्र जारी किया गया है उद्यान विभाग के प्रभारी को भी अंतिम चेतावनी दी गई है।
शनिवार को प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी का दौरा सुबह करीब 11 बजे नोएडा – ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर ग्रेटर नोएडा प्रवेश द्वार से शुरू हुआ। शहर की असलियत जानने के लिए सीईओ ने औचक निरीक्षण के रूट के बारे में प्राधिकरण के अधिकारियों को भी नहीं बताया। सीईओ ने सबसे पहले नॉलेज पार्क एक, दो व 3 की अंदरूनी सड़कों का जायजा लिया। सड़कों के किनारे गंदगी दिखने पर जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों पर कड़ी नाराजगी जाहिर की इन सेक्टरों में ग्रीनरी मेंटेन न होने पर उधान विभाग को भी फटकार लगाई और चार कांटेक्ट हो पर 20 लाख रुपए की पेनल्टी लगा दी गई।
इसके बाद वे सेक्टर P3 और एल्डिको ग्रीन मीडोज के सामने से होते हुए सेक्टर 36 गोल चक्कर पहुंची जहा एल्डेको ग्रीन मीडोज की दूसरी तरफ सर्विस रोड न बनी होने पर नाराजगी जताते हुए शीघ्र निर्माण करने के निर्देश दिए और सड़कों के किनारे सूखी पत्तियों का ढेर लगे होने पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने सेंट्रल वर्ज को हरा भरा बनाने व पिलरों की मरम्मत करने पटरी ड्रेसिंग और रोडसाइड ग्रीनरी को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
इसके बाद रितु माहेश्वरी ने रिहायसी सेक्टर ओमिक्रोन 2 का जायजा लिया वहां के आरडब्ल्यूए पदाधिकारी सतीश भाटी ने बताया कि सेक्टर के पार्कों में लाइट नहीं लगी है वही कम्युनिटी सेंटर और मार्केट का अभाव है इससे निवासियों को काफी परेशानी हो रही है। सीईओ के पूछने पर संबंधित अधिकारियों ने बताया कि पार्क में लाइट लगाने का टेंडर फाइनल हो चुका है लाइट बहुत जल्दी लगा दी जाएंगी वहीं सेक्टर में वेंडर मार्केट का काम भी जल्द शुरू होने जा रहा है। रितु माहेश्वरी ने सेक्टर में सामुदायिक केंद्र बनाने और पार्कों में ग्रीन बेल्ट को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।
इसके बाद औद्योगिक सेक्टर इकोटेक वन व एक्सटेंशन वन का जायजा लिया यहां पर भी सड़कों की खराब हालत गंदगी और ग्रीनरी मेंटेन न होने की समस्या दिखाई दी इसके बाद वे सेक्टर ओमिक्रोन 1a पहुंची जहां उन्होंने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की तरफ से निर्मित बहुमंजिला आवासीय भवनों का जायजा लिया एक फ्लैट के अंदर जाकर उसके निर्माण की क्वालिटी को परखा। इस आवासीय परिसर के निवासियों ने ड्रेनेज सिस्टम ठीक न होने की शिकायत की। सीईओ ने संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया कि प्राधिकरण से संबंधित कार्यों को शीघ्र करा दिया जाए वही खाली फ्लैटों की रिपेयरिंग कराकर स्कीम के जरिए आवंटित किया जाए।
प्राधिकरण की सीईओ ने शनिवार को औचक निरीक्षण के दौरान सिरसा एंट्री पॉइंट पर निर्माणाधीन ट्रैकर्स कॉर्नर और औद्योगिक सेक्टर 6 व 8 का भी जायजा लिया। यहां भी सड़कों की हालत ठीक नहीं मिली। इकोटेक 6 में बहुत खराब क्वालिटी का बोर्ड लगा दिखा उन्होंने इसे बदलकर अच्छे बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। जमीनी विवाद के चलते इन सेक्टरों की एक रोड बंद मिली शहर में ऐसे कई प्रमुख रोड है जो जमीन विवाद के चलते अधूरे हैं। सीईओ ने एसीईओ आनंद वर्धन को जमीन का मसला सुलझा कर इन सड़कों का काम पूरा करने के निर्देश दिए। सड़क के किनारे साइड पटरी को साफ सुथरा करने और हरी-भरी घास लगाने के लिए सिविल विभाग को निर्देश दिए हैं।
इसके साथ ही शहर भर में सड़कों के किनारे पत्तियों का ढेर लगे होने और नई जगह पर पौधे रोपित ने किए जाने पर भी नाराजगी जताई। निर्माण कार्य के टेंडर होने के बावजूद अवार्ड करने में देरी पर नाराजगी जताते हुए 15 मई तक सभी ट्रैक्टरों को अवार्ड करने का लक्ष्य दिया गया है इस दौरान प्राधिकरण के एसीईओ अमनदीप डुली व आनंद वर्धन, ओएसडी हिमांशु वर्मा, विशु राजा और रजनीकांत समेत सभी वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।