प्रयागराज और उसके आसपास के जिलों में ट्रैफिक जाम की समस्याओं के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के तमाम आला अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई. CM ने अधिकारियों को हड़काते हुए कहा कि पूरे प्रयागराज की जिम्मेदारी आप लोगों पर थी, लेकिन चाहे भगदड़ का दिन हो या फिर आम दिनों की भीषण ट्रैफिक अव्यवस्था, आप लोगों ने गैर-जिम्मेदाराना काम किया है.
यही नहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस तरीके से आला अधिकारी मेले के प्रमुख स्नान के दौरान मौके से नदारद रहे, उसे देखते हुए कई अधिकारियों पर सस्पेंशन की कार्रवाई बनती है.
दरअसल, पिछले दो-तीन दिनों से प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है. इसके चलते प्रयागराज आने वाले हर हाइवे पर गाड़ियों की कतारें देखने को मिल रही हैं. सड़कों पर जगह-जगह जाम नजर आया, वो भी कई-कई घंटे का. इन सबके बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीती रात हाई लेवल बैठक बुलाई और राज्य के तमाम आला अधिकारियों पर इस बैठक में जमकर भड़के.
उसी का नतीजा है कि आज ट्रैफिक व्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर आ रही है. कई बड़े अधिकारियों को प्रयागराज भेजा गया है. सोमवार को खुद एसटीएफ चीफ अमिताभ यश भी कुंभ नगरी पहुंचे थे. फिलहाल, हर जिले के अधिकारी एक्टिव हो गए हैं. डीएम-एसपी सड़कों पर उतर आए हैं. हाइवे हो या आम सड़क सभी पर सुगम यातायात के प्रबंध किए जा रहे हैं.
गौरतलब हो कि महाकुंभ में श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत साधु-संतों, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, स्नानार्थियों और गृहस्थों का स्नान अब उस शिखर पर पहुंच गया है, जिसकी महाकुंभ से पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उम्मीद जताई थी. सीएम योगी ने पहले ही अनुमान जताया था कि इस बार जो भव्य और दिव्य महाकुंभ का आयोजन हो रहा है वह स्नानार्थियों की संख्या का नया रिकॉर्ड स्थापित करेगा. उन्होंने शुरुआत में ही 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई थी. उनका यह आंकलन महाकुंभ के समापन से 15 दिन पहले ही सच साबित हो गया.
मंगलवार की सुबह 8 बजे ही महाकुंभ में 45 करोड़ स्नानार्थियों की संख्या पार हो गई. मंगलवार को सुबह 8 बजे तक करीब 50 लाख श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई, जिसके साथ ही महाकुंभ में स्नानार्थियों की संख्या 45 करोड़ पार हो गई. अभी महाकुंभ को 15 दिन और दो महत्वपूर्ण स्नान पर्व शेष हैं और पूरी उम्मीद है कि स्नानार्थियों की संख्या 50-55 करोड़ के ऊपर जा सकती है.
स्नान पर्व पर उमड़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़
यदि अब तक के कुल स्नानार्थियों की संख्या का विश्लेषण करें तो सर्वाधिक 8 करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर स्नान किया था, जबकि 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान किया था. एक फरवरी और 30 जनवरी को 2-2 करोड़ के पार और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य डुबकी लगाई, इसके अलावा बसंत पंचमी पर 2.57 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई थी. माघ पूर्णिमा से पहले भी प्रतिदिन एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम तट पर पवित्र स्नान के लिए पहुंच रहे हैं.
ये प्रमुख लोग अब तक लगा चुके हैं पावन डुबकी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई थी, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ (मंत्रिमंडल समेत) भी संगम में डुबकी लगा चुके हैं. इसके अलावा प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल, हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी, मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, श्रीपद नाइक, बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी, राज्य सभा सांसद सुधा मूर्ति, असम विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडे, गोरखपुर के सांसद रवि किशन, हेमा मालिनी, पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’, बॉलीवुड एक्ट्रेस भाग्यश्री, अनुपम खेर, मिलिंद सोमण, ओलम्पिक मेडलिस्ट साइना नेहवाल, एक्ट्रेस से किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनीं ममता कुलकर्णी, प्रख्यात कवि कुमार विश्वास, क्रिकेटर सुरेश रैना, अन्तरराष्ट्रीय रेसलर खली, कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा, बॉलीवुड एक्ट्रेस ईशा गुप्ता के अलावा भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद भी संगम में स्नान कर चुके हैं.