देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को आईटी पार्क स्थित राज्य आपदा परिचालन केंद्र पहुंच कर प्रदेशभर में अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों की समीक्षा की। इस दौरान सीएम धामी ने चमोली जनपद के नंदानगर क्षेत्र के आपदा प्रभावित गांवों में बचाव एवं राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी स्थानीय प्रशासन को दिये हैं।
उत्तराखंड के सीमांत जनपद चमोली के नंदानगर क्षेत्र में आज सुबह दो गांवों धुर्मा और कुंतरी में बादल फटने की घटना हुई है जिसमें भारी तबाही हुई है। इस आपदा में अब तक 14 लोगों के लापता और लगभग 35 मकान क्षतिग्रस्त होने की सूचना है।
नंदानगर में प्राकृतिक आपदा की जानकारी जिलाधिकारी चमोली संदीप तिवारी से लेते हुए मुख्यमंत्री ने गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को तत्काल बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एम्स ऋषिकेश एयर लिफ्ट किए जाने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि अतिवृष्टि के कारण प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, पेयजल आपूर्ति, विद्युत व्यवस्था और नेटवर्क कनेक्टिविटी शीघ्र पुनः स्थापित की जाए, साथ ही आपदा प्रभावित लोगों के लिए आश्रय, भोजन, स्वच्छ पेयजल और अन्य आवश्यक सुविधाओं की समुचित व्यवस्था की जाए।
प्रत्येक प्रभावित क्षेत्र में पर्याप्त संख्या में चिकित्सक एवं दवाओं की उपलब्धता बनाई जाए ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित चिकित्सा सहायता उपलब्ध हो सके। सीएम धामी ने अधिकारियों को प्रभावित गांवों के प्रत्येक परिवार तक राहत सामग्री शीघ्र पहुंचाने के लिए भी निर्देशित किया है। उधर दूसरी ओर नंदानगर क्षेत्र में घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन, एसडीआरएफ एवं पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बड़ी संख्या में लोगों को रेस्क्यू किया।
वहीं देहरादून में आपदा प्रभावित गांव फुलेत, सरखेत छमरौली, सिल्ला, क्यारा तथा आसपास के गांव में राशन एयरलिफ्ट कर पहुंचाया गया। हेलीकाप्टर के जरिए 150 किट भेजी गयी है। जिलाधिकारी सविन बंसल लगातार आपदाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर राहत एवं बचाव कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।