आगरा। विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर)अभियान को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों को सचेत किया। उन्होंने विपक्ष हमला बोलते हुए कहा कि एसआइआर को लेकर बयान दे रहे हैं।

लेकिन फर्जी वोट बढ़वाने का प्रयास कर रहे हैं। वह इसका महत्व समझ रहे हैं, इसलिए साइलेंटली कार्य कर रहे हैं। हम उतनी सक्रियता से नहीं लग रहे हैं। हम अपने मतदाताओं तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। अब तीन दिन सभी कार्य छोड़कर एसआइआर के कार्य में लग जाएं।
शादी-विवाह, पंचायत व अन्य सार्वजनिक कार्यक्रमों को छोड़कर अपने मतदाताओं के पास जाएं। आयुक्त सभागार में सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शाम 4.30 बजे पहुंचे।
आगरा मंडल के जनप्रतिनिधि और पदाधिकारियों के साथ ही बूथ लेबल एजेंटों को भी बैठक में बुलाया गया था। सभी विधानसभा क्षेत्रों के एसआइआर के कार्य के आंकड़े लेकर बैठे मुख्यमंत्री ने उन्हीं विधान सभा क्षेत्रों के बारे में बात करना शुरू किया।
जिनमें एसआइआर की स्थिति ठीक नहीं थी। आगरा में देहात क्षेत्र में एसआइआर की स्थिति ठीक है। मगर, शहर की उत्तर, दक्षिण और छावनी विधान सभा क्षेत्र में एक लाख से अधिक ऐसे मतदाता हैं, जिन्होंने एसआइआर फार्म नहीं भरे हैं।
इसी तरह मथुरा और फिराेजाबाद शहर में भी स्थिति ठीक नहीं थी। मुख्यमंत्री ने इन सभी विधान सभा क्षेत्रों के विधायकों से प्रश्न किया कि ऐसा कैसे है? इन सभी क्षेत्रों के जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी बस यही कह सके कि टीम लगी हैं।
काम कर रहे हैं। पिछड़ने का कोई स्पष्ट कारण नहीं बता सके। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आगरा हमारी पार्टी के लिए अनुकूल है। इसके बाद भी यह स्थिति क्यों? एसआइआर केवल प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं है। संगठन को भी अपने स्तर से कार्य करना है।
जैसे चुनाव में हर बूथ पर बस्ता लगाया जाता है, उसी तरह हर बूथ पर कैंप करके कार्य करें।फर्जी वोट जुड़ नहीं पाएं और सही वोट कट नहीं पाएं। जनप्रतिनिधि यह अनिवार्य रूप से तय कर लें।
यह भी कहा कि चुनाव में अभी से जुटने का यह सबसे महत्वपूर्ण वक्त है। एक-एक मतदाता का जब वोट आप सुनिश्चित करेंगे। एक-एक बूथ, एक-एक मतदाता तक पहुंचेंगे तो आपकी चुनाव की तैयारी खुद-ब-खुद पूरी होगी।
बैठक में पर्यटन और संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, महिला कल्याण बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबीरानी मौर्य, होमगार्ड मंत्री धर्मवीर प्रजापति और सांसद राजकुमार चाहर समेत मंडल के चारों जिलों के विधायक मौजूद रहे।













