उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार (25 अक्टूबर) को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निरीक्षण किया. इस दौरान सीएम ने एयरपोर्ट के विभिन्न हिस्सों का भ्रमण किया और कार्यों की प्रगति का जायजा लिया. इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की. जिसमें जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह और मंत्री बृजेश सिंह भी मौजूद रहे. सीएम ने निरीक्षण के दौरान एयरस्ट्रिप, टर्मिनल, एयरब्रिज और अन्य निर्माणाधीन साइटों का दौरा किया.

गाजियाबाद हिंडन एयरपोर्ट से 11:42 मिनट पर सीएम योगी का हेलीकाप्टर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा. उन्होंने हेलिकॉप्टर से जेवर एयरपोर्ट को देखा. सीएम ने एयरस्ट्रिप निर्माणाधीन टर्मिनल, पार्किंग और एयरपोर्ट कनेक्टिविटी का सर्वेक्षण किया. इससे पहले सीएम ने एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों के साथ बैठक की और अधिकारियों को जल्द सभी कार्य पूरे करने के निर्देश दिए.
सीएम योगी ने दिए अधिकारियों को निर्देश
सीएम ने अधिकारियों से कहा कि एयरपोर्ट के शुभारंभ से पहले सभी काम पूरे किए जाएं. उन्होंने कहा ‘नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट यूपी की आर्थिक प्रगति, औद्योगिक विस्तार और रोजगार सृजन का केंद्र बनेगा. यह पीएम मोदी के विकसित और आत्मनिर्भर भारत के विजन को साकार करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है’.
पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. जेवर में बन रहे एयरपोर्ट का निर्माण कार्य 29 सितंबर 2024 में पूरा होना था लेकिन समय पर कार्य पूरा नहीं होने के बाद तीन महीने का समय देते हुए दिसंबर 24 में कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया. जिसके बाद अप्रैल 2025 और बाद में 30 अक्टूबर तक कार्य पूरा कर शुभारंभ का लक्ष्य तय किया गया था. केंद्रीय नागर विमानन मंत्री किंजारापु राममोहन नायडू ने एयरपोर्ट के शुभारंभ की तारीख 30 अक्टूबर घोषित की थी. लेकिन काम पूरा नहीं होने के चलते इसे टाल दिया गया.
एयरपोर्ट पर 5 रनवे बनाए गए हैं
जानकारी के मुताबिक एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद यहां से 150 उड़ानें प्रतिदिन संचालित होंगी. एयरपोर्ट पर 5 रनवे बनाए गए हैं. 95% काम पूरा हो चुका है. वहीं बचा काम 10 नवंबर तक होने की उम्मीद है. शुरू में एक रनवे के साथ एयरपोर्ट क्रियाशील होगा. मौजूदा समय में 3300 एकड़ भूमि पर एयरपोर्ट का निर्माण हुआ है. कुल 6700 एकड़ जमीन अभी कब्जे में ली जा चुकी है. वहीं 5100 एकड़ जमीन 3 माह में अधिग्रहित की जाएगी. 5000 करोड़ की लागत से जमीनों का अधिग्रहण हुआ है. प्रथम चरण में एयरपोर्ट निर्माण की लागत 7000 करोड़ है. एयरपोर्ट का कुल क्षेत्रफल 11750 एकड़ में होगा. एयरपोर्ट पर प्रतिवर्ष 30 करोड़ यात्रियों की क्षमता होगी.











