मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू ने गुरुवार को जेवर स्थित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का विस्तृत निरीक्षण किया। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि एयरपोर्ट से जुड़े सभी शेष कार्य और लाइसेंस से संबंधित प्रक्रियाएँ 5 दिसंबर तक हर हाल में पूरी की जाएं। इसके साथ ही अधिकारियों को समयबद्ध एक्शन प्लान लागू करने पर जोर दिया गया।

एयरपोर्ट सुरक्षा प्रक्रिया और लाइसेंस की तैयारी
समिति बैठक के दौरान यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (यापल) को नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो और सीआईएसएफ द्वारा मिली आपत्तियों को 2 दिसंबर तक दूर करने के निर्देश मिले। सुरक्षा एजेंसियों ने हालिया जांच में कुछ कमियां चिह्नित की थीं, जिन्हें सुधारने के बाद रिपोर्ट दोबारा डीजीसीए को सौंपी जाएगी। डीजीसीए ने भी आश्वस्त किया कि सुरक्षा रिपोर्ट प्राप्त होते ही 4 दिसंबर तक एयरोड्रोम लाइसेंस जारी कर दिया जाएगा।
उद्घाटन की संभावित तारीख और प्रारंभिक संचालन
बैठक के दौरान एयरपोर्ट के उद्घाटन की संभावित तिथियों पर भी चर्चा हुई, जिसमें 7 दिसंबर या दिसंबर के दूसरे सप्ताह को सबसे उपयुक्त माना गया। जेवर एयरपोर्ट शुरुआत में एक रनवे के साथ ऑपरेशनल किया जाएगा, जिसकी वार्षिक क्षमता 1.2 करोड़ यात्रियों तक होगी। पूरा विकसित होने पर पांच रनवे इसे दुनिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट की श्रेणी में शामिल कर देंगे।
इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और पहली फेज की स्थिति
पहले चरण में 1334 हेक्टेयर क्षेत्र में रनवे, विशाल टर्मिनल बिल्डिंग, एटीसी टावर और टैक्सी-वे का अधिकांश कार्य पूरा कर लिया गया है। सुरक्षा से जुड़े उपकरणों की जांच भी संपन्न हो चुकी है। एयरपोर्ट तक पहुंच को आसान बनाने के लिए सड़क निर्माण और आधारभूत सुविधाओं को गति दी जा रही है। योजना के अनुसार भविष्य में इसका विस्तार 11,750 एकड़ तक किया जाएगा, जिससे यह प्रतिवर्ष 30 करोड़ यात्रियों को सेवा दे सकेगा।
नोएडा एयरपोर्ट: यूपी के विकास का नया प्रतीक
सरकार का उद्देश्य नोएडा एयरपोर्ट को उत्तर प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय निवेश का प्रवेश द्वार बनाना है। पांच रनवे और अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ यह एयरपोर्ट प्रदेश को वैश्विक एविएशन मानचित्र पर मजबूत पहचान दिलाने जा रहा है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में यूपी की नई छलांग
इसी दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा सेक्टर-50 में निर्मित मेदांता अस्पताल का उद्घाटन करते हुए कहा कि आठ वर्ष पहले जहाँ यूपी की पहचान ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन माफिया’ थी, अब वही प्रदेश ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन मेडिकल कॉलेज’ की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने बताया कि गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ देने के उद्देश्य से आयुष्मान भारत और मुख्यमंत्री राहत कोष के माध्यम से बीते एक वर्ष में 1300 करोड़ रुपये चिकित्सा सेवाओं पर खर्च किए गए।
फाजिलनगर का नाम बदलकर ‘पावा नगरी’
गाजियाबाद के मुरादनगर स्थित श्री तरुणसागराम् पारसनाथ अतिशय तीर्थ धाम में निर्मित गुफा मंदिर के लोकार्पण अवसर पर मुख्यमंत्री ने कुशीनगर जिले के फाजिलनगर का नाम बदलकर ‘पावा नगरी’ करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह वही पवित्र स्थल है जहां भगवान महावीर का महापरिनिर्वाण हुआ था, इसलिए क्षेत्र की आध्यात्मिक पहचान के अनुरूप उसका नामकरण आवश्यक है। इस दौरान प्रसन्नसागर महाराज ने कहा कि सनातन धर्म की मूल्यों पर आधारित राजनीति देश को आध्यात्मिक प्रगति की दिशा में आगे बढ़ा रही है।












