कानपुर: यूपी के कानपुर से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है। छेड़छाड़ की पीड़िता नाबालिग ने सोशल मीडिया के माध्यम से महिला कॉन्स्टेबल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पीड़िता का कहना है कि थाने में आरोपी के सामने कपड़े उतरवाए गए, और फोटो खींची गई। इतना ही नहीं पीड़िता पर शादी का दबाव भी बनाया गया। इस घटना से आहत पीड़िता की तबीयत बिगड़ गई, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डीसीपी साउथ ने इस प्रकरण की जांच एडीसीपी और एसीपी घाटमपुर को जांच सौंपी है।
साढ़ थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में रहने वाली नाबालिग पीड़िता बीए की छात्रा है। छात्रा का आरोप है कि गांव में रहने वाला अमन कुरील बीते आठ महीने से लगातार परेशान कर रहा है। अमन घर की छत और आंगन में लव लेटर फेंकता है।
कॉलेज जाते समय रास्ते में रोकता है। अमन कॉलेज तक पीछा करता है, इसके साथ ही अश्लील कमेंट्स और गंदी हरकतें करता है। इंस्टाग्राम से फोटो निकाल कर उसे एडिट कर वायरल करने भी धमकी देता है। विरोध करने पर पीड़िता और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देता है।
पीड़िता की हालत बिगड़ी
पीड़िता के पिता ने बीते 3 सितंबर को साढ़ थाने में तहरीर दी थी। पिता का आरोप है कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 151 के तहत कार्रवाई की थी। इसके साथ ही बेटी पर थाने में शादी का दबाव बनाया गया। आारोपी के सामने निर्वस्त्र कर फोटो खींची गई। जिसकी वजह से मेरी बेटी की मानसिक स्थिति बिगड़ गई, वह सदमें में चली गई। उसे सीएचसी ले गए, जहां से बेटी को हैलट अस्पताल मे लिए रेफर कर दिया गया। जहां उसका उपचार चल रहा है।
एडीसीपी-एसीपी करेंगे जांच
वहीं, एडीसीपी अंकिता शर्मा का कहना है कि बीते 3 सितंबर को साढ़ थाने में एक एफआईआर पंजीकृत की गई। जिसमें आईपीसी की धारा 354, 506 और पॉक्सो एक्ट शामिल थीं। सोशल मीडिया के माध्यम से आरोप लगाया कि एक महिला कॉन्स्टेबल के द्वारा पीड़िता को निर्वस्त्र किया गया आरोपी के सामने। प्रथम दृष्टया जांच में यह आरोप बेबुनियाद पाया गया। इसके बाद भी इस घटना जांच मुझे और एसीपी घाटमपुर को सौंपी गई है। यदि जांच में सत्यता पाई जाती है, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।