Kedarnath Dham Video: पवित्र चारधामों में से एक श्री केदारनाथ धाम की मर्यादा को ठेस पहुंचाने वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में कुछ युवक मंदिर के पिछले हिस्से में डीजे बजाते और नाचते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस तरह की हरकत ने आम जनता और श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है.
रुद्रप्रयाग पुलिस कार्यालय ने इस वायरल वीडियो की पुष्टि करते हुए बताया कि यह वीडियो कल से सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से प्रसारित हो रहा है. वीडियो में स्पष्ट देखा जा सकता है कि कुछ युवक धार्मिक स्थल की गरिमा के विपरीत आचरण कर रहे हैं.
हालांकि, पुलिस जांच में यह सामने आया है कि यह वीडियो केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के बाद का नहीं है. बावजूद इसके, इस तरह की गतिविधि को गंभीरता से लेते हुए अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है.
पुलिस कर रही जांच
पुलिस द्वारा मामले की गहन जांच की जा रही है. वायरल वीडियो की सत्यता, समय और शामिल व्यक्तियों की पहचान के लिए सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों का सहारा लिया जा रहा है. पुलिस ने जानकारी दी है कि वीडियो में नजर आने वाले असामाजिक तत्वों की पहचान कर ली गई है और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी.
रुद्रप्रयाग जिले की पुलिस प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि वे इस वीडियो को न तो शेयर करें और न ही प्रसारित करें. ऐसा करना धार्मिक स्थल की गरिमा और पवित्रता को ठेस पहुंचाने के साथ-साथ कानून का उल्लंघन भी माना जाएगा.
पुलिस का कहना है कि केदारनाथ जैसे पवित्र स्थल की मर्यादा बनाए रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है. कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा की गई ऐसी हरकतें न केवल धार्मिक आस्थाओं को ठेस पहुंचाती हैं, बल्कि पूरे समाज में गलत संदेश भी फैलाती हैं.
जिला प्रशासन और पुलिस बल इस प्रकार की घटनाओं को लेकर पूरी तरह सतर्क है और किसी भी तरह की अव्यवस्था को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही है और अफवाह फैलाने वालों पर भी कड़ी नजर है.
श्रद्धालुओं और पर्यटकों से भी अपील की गई है कि वे केदारनाथ धाम में मर्यादित आचरण करें और किसी भी प्रकार की अनुचित गतिविधियों से बचें. साथ ही, ऐसी कोई भी संदिग्ध गतिविधि दिखे तो उसकी सूचना तुरंत स्थानीय पुलिस को दें.
रुद्रप्रयाग पुलिस का यह कदम यह सुनिश्चित करने की दिशा में उठाया गया है कि केदारनाथ धाम की पवित्रता और गरिमा बनी रहे और भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं दोबारा न हों.