नई दिल्ली। जो मेल दिल्ली-एनसीआर के 100 से ज्यादा स्कूलों को उपद्रवी तत्वों ने भेजा है, उसकी भाषा धार्मिक उन्माद को प्रेरित करती है। सीधे तौर पर लोगों में दहशत पैदा करने की कोशिश की गई है। मेल में स्कूलों में विस्फोटक होने का गलत दावा किया गया है। पुलिस ने इन धमकी भरे इमेल को फर्जी बताया है।
मेल में लिखा है, “अल्लाह सुबहान व तआला ने हमें एक मौका दिया है कि विरासत में मिले कुछ लोगों को इस्लाम के दुश्मनों के निवास स्थान में युद्ध के क्षेत्र में शहीद होना होगा। उनके लिए महान शक्तियों के साथ लोहा भेजा है। हमारे हाथों में जो लोहा है वह हमारे दिलों को गले लगाता है। इंशाअल्लाह, हम उसे हवा के माध्यम से भेजेंगे और तुम्हारे घृणित शरीरों को फाड़ देंगे।”
हम अल्लाह की इजाजत से तुम्हारे गले और मुंह फाड़ देंगे, हम तुम्हें आग की लपटों में भेज देंगे, जिसमें तुम पिघल जाओगे। अल्लाह ने काफिरों के लिए आग तय की है। इंशाअल्लाह, उसे अपने चारों ओर देखो और हमेशा के लिए जल जाओ। अल्लाह की इजाजत से धुआं उस बुराई से आसमान में उतरेगा जो आपने पैदा की है। सोचो कि बचपन से तुमने जो भी बुरे काम किए हैं, उनका कोई जवाब नहीं होगा, जिहाद की आग हमारे दिलों में जल गई है, हम यह आग बन गए हैं।”
इसमें उपद्रवी तत्वों ने आगे लिखा, “इंशाअल्लाह जो सिर्फ इसकी अध्यक्षता कर रहे हैं। आपका व्यापार इतना लाभदायक कभी नहीं रहा। इसमें आपकी प्यास शक्ति, पैसा और आनंद रही है। इंशाअल्लाह इनकी छत ले लो। इमारतों को हम तोड़ देंगे और इसके नीचे उन्हें दफना देंगे। अविश्वासियों का यही भाग्य है। हम आपके पैरों के नीचे से आग निकाल देंगे। यह आपका अंतिम आश्रय है।”
एक आईडी से भेजे गए सभी मेल
एक मेल आईडी (SAWARIM S ) से सभी को मेल भेजे गए हैं। दिल्ली एनसीआर के सभी स्कूलों को भेजे गए मेल में यह कॉमन धमकी दी गई है। विदेश के सर्वर से भेजने के कारण मेल के आईपी एड्रेस का पुलिस पता नहीं लगा पाती है इसलिए मेल भेजने वाले पकड़े नहीं जाते हैं।