उत्तराखंड में आज से दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की शुरुआत हो गई है. पीएम मोदी ने देहरादून के एफआरआई में समिट का उद्घाटन किया. पीएम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तराखंड वो राज्य है, जहां आपको देवत्व और विकास दोनों का अनुभव एक साथ होता है और मैंने तो उत्तराखंड की भावनाओं और संभावनाओं को निकट से देखा है. मैंने उसे जिया है, अनुभव किया है.
उन्होंने कहा कि मैं देशवासियों को भरोसा दिलाता हूं कि, मेरे तीसरे कार्यकाल में देश, दुनिया की टॉप 3 इकॉनमी में आकर रहेगा. पीएम मोदी ने निवेशक सम्मेलन में पहुंचे उद्योगपतियों से कहा कि आप सभी बिजनेस की दुनिया के दिग्गज हैं. आप अपने काम का विश्लेषण करते हैं. आप सभी चुनौती का आंकलन करके रणनीति बनाते हैं. हमें चारों तरफ आकांक्षा, आशा, आत्मविश्वास दिखेगा.
“विकसित भारत का निर्माण हर देशवासी की जिम्मेदारी”
पीएम ने कहा कि हाल के विधानसभा चुनाव में हमने देखा है. जनता ने सरकार के ट्रैक रिकॉर्ड के आधार पर वोट दिया है. उत्तराखंड के लोगों ने पहले ही स्थिर और मजबूत सरकार बनाके दिखाई है. विकसित भारत का निर्माण हर देशवासी की जिम्मेदारी है. कोरोना महासंकट के बावजूद हम तेजी से आगे बढ़े हैं. हमने अपनी नीतियों और सामर्थ्य पर भरोसा किया. भारत की मजबूती का फायदा उत्तराखंड समेत देश के हर राज्य को हो रहा है. उत्तराखंड इसलिए भी विशेष है क्योंकि यहां डबल इंजन सरकार है. डबल प्रयास चारों तरफ दिख रहे हैं.
यहां आकर धन्य हो जाता हूं-पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी को उत्तराखंड की विकास यात्रा से जुड़ने का बड़ा अवसर मिल रहा है. यहां आकर मन धन्य हो जाता है. कुछ वर्ष पहले जब मैं बाबा केदार के दर्शन को निकला था तो अचानक मेरे मुंह से निकला था कि 21वीं सदी का ये तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक है. मुझे खुशी है कि उस कथन को मैं लगातार पूरा होते देख रहा हूं.
शादी को लेकर की खास अपील
एक खास अपील करते हुए पीएम ने कहा कि मेक इन इंडिया की तरह एक मूवमेंट चलना चाहिए ‘वेड इन इंडिया’, शादी हिंदुस्तान में करो. मैं तो चाहूंगा आने वाले पांच साल में अपने परिवार की एक डेस्टिनेशन शादी उत्तराखंड में करिए. अगर एक साल में 5 हजार शादियां भी यहां होने लग जाएं तो एक नया इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा हो जाएगा और दुनिया की शादियां यहां होने लग जाएंगी.
इस दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस समिट के जरिए ढाई लाख करोड़ का टारगेट रखा था. लेकिन सरकार टारगेट से अधिक करार कर चुकी है. उत्तराखंड में किया गया निवेश सुरक्षित हाथों में है. इसका हम आपको पूरा भरोसा दिलाते हैं. उत्तराखंड सरकार किसी भी निवेशक को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होने देगी. उत्तराखंड सरकार का उद्देश्य है कि उत्तराखंड में पढ़ने वाले छात्रों को यहीं पर रोजगार दिया जाए. उनको बाहर पलायन न करना पड़े.
युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना
उत्तराखंड में चल रही ग्लोबल यूनिवर्सिटी समिट का सबसे बड़ा मकसद यही है कि उत्तराखंड से होने वाला पलायन किसी तरीके से रुक सके. ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से लगभग 60 से 70 हजार युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना है. सरकार ने ढाई लाख करोड़ का निवेश उत्तराखंड में करने का लक्ष्य था. उम्मीद जताई जा रही है 2024/25 तक उत्तराखंड में 100 से ज्यादा इंडस्ट्री लग सकती हैं.