संचार न्यूज़। ईवी इंडिया एक्सपो 2023 भारत के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक मोटर व्हीकल शो का आयोजन ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में गुरुवार को किया गया यह तीन दिवसीय एक्सपो का आयोजन 14 सितम्बर से 16 सितंबर 2023 तक होगा। इस एक्सपो में इलेक्ट्रिक वाहनों, हाइब्रिड वाहनों, आटोमोटिव कॉम्पोनेंट्स एवं एसेसरीज बैटरी, मैनेजमेंट एवं स्टोरेज सिस्टम, चार्जिंग उपकरणों, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर डिवाइस एवं सॉफ्टवेयर, कच्चे माल एवं संबंधित उद्योगों पर अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी की शुरुआत की गई है। इसका आयोजन ग्रीन सोसाइटी ऑफ इंडिया और इंडियन एग्जिबिशन सर्विसेज के द्वारा किया जा रहा है कार्यक्रम का उद्घाटन नोएडा सांसद डॉक्टर महेश शर्मा और औद्योगिक विकास राज्यमंत्री उत्तर प्रदेश जसवंत सिंह सैनी के द्वारा किया गया।
ईवी इंडिया 2023 एक ऐसा शो है जिसने इलेक्ट्रिक निर्माता एवं संबंधित उद्योग निर्मित सेवा प्रदाताओं को अपने आधुनिक उत्पादों, तकनीको, उपकरणों, स्मार्ट एवं नेक्स्टजैन परिवहन को दर्शाने तथा उद्योग जगत के साथ नेटवर्किंग एवं कारोबार के अवसर प्रदान किए हैं यह प्रदर्शनी सर्वश्रेष्ठ इंटरैटिव प्लेटफार्म है। जिसने संसाधनों के आदान-प्रदान, उत्पादों की खरीद एवं ब्रांड डिस्प्ले के लिए उल्लेखनीय मंच उपलब्ध कराया है।
यह प्रमुख ब्रांड अपने उत्पादों का करेंगे प्रदर्शन
इस साल 200 से अधिक प्रदर्शन प्रदर्शनी में हिस्सा ले रहे हैं इनमें से कुछ प्रमुख ब्रांड जैसे टाटा मोटर्स, एमजी मोटर्स, जैन मोबिलिटी, ई बाइक, गो बाय, एसीईआर, क्वांटम एनर्जी, याकुजा ई बाइक, मंत्रा ई बाइक, जेएचईवी ऑटो, गो इजी स्मार्ट, सोलटेरा ईवी मोटर्स इत्यादि है। प्रदर्शनी का आयोजन इंडियन एग्जिबिशन सर्विसेज एंड ग्रीन सोसाइटी ऑफ इंडिया के द्वारा किया जा रहा है।
इस प्रदर्शनी में एक्जीबिटर प्रोफाइल में इलेक्ट्रिक वाहनों चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर उपकरण एवं समाधान ऑटो कॉम्पोनेंट्स बैट्री मैन्युफैक्चरर बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम बैटरी स्टोरेज सिस्टम आईओटी डिवाइसेज और सॉफ्टवेयर कच्चे माल संबंधित उत्पादों एवं एसेसरीज हाइब्रिड वाहनों से संख्या कंपनियों और ब्रांड्स शामिल है।
भारत मे बढ़ते प्रदूषण व तेल की खपत में आएगी कमी
औद्योगिक विकास राज्य मंत्री जसवंत सिंह सैनी
ने कहा कि भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग के कारोबार ने इस क्षेत्र में ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए ढेरो अवसर है किसी भी अन्य नए सेक्टर की तरह है इस सेक्टर में भी छोटी-छोटी समस्याएं हैं जिन्हें हल करने की जरूरत है। हालांकि फेम दो जैसी मजबूत नीतियों के चलते भारत को ग्लोबल इलेक्ट्रिक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित किया जा सकता है। भारत में ईवी बढ़ते प्रदूषण जैसी समस्याओं एवं तेल पर निर्भरता को कम करने में महत्वपूर्ण योगदान देगी।