अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इससे पहले योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. योगी सरकार ने 26 जनवरी तक पुलिस विभाग की छुट्टियां रद्द कर दी है. साथ ही जो भी पुलिसकर्मी छुट्टी पर घर गए हैं, उन्हें फौरन ड्यूटी पर लौटने को कहा गया है. डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार की ओर से गुरुवार को इस संबंध में आदेश जारी किया गया.

कानून-व्यवस्था और शांति के मद्देनजर लिया गया फैसला
डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार की ओर से सभी पुलिस आयुक्त, सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक, जनपद प्रभारी को भेजे आदेश में कहा गया है कि प्रदेश में 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होनी है. यह कार्यक्रम भव्य और वृहद है. इसके बाद 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा. ऐसे में दोनों अतिमहत्वपूर्ण कार्यक्रमों को देखते हुए पुलिस विभाग में 26 जनवरी तक सभी की छु्ट्टी रद्द कर दी गई है. जो भी छुट्टी पर है उन्हें फौरन ड्यूटी पर लौटने को कहा गया है, ताकि प्रदेश में कानून व्यवस्था और शांति बनी रहे.
सात हजार से ज्यादा मेहमान अयोध्या आएंगे
गौरतलब है कि अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम आयोजित किया जाना है. इस कार्यक्रम के लिए 7000 से ज्यादा मेहमानों को आमंत्रित किया गया है. पीएम मोदी इस भव्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे. इसके अलावा 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस भी है. जिसे देखते हुए पुलिस विभाग ने ये फैसला लिया है.
यह था 17-22 जनवरी तक का प्रस्तावित कार्यक्रम
बता दें कि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होनी है. इससे पहले 17 जनवरी को रामलला की अचल मूर्ति की भव्य शोभा यात्रा भ्रमण के लिए निकलेगी. उसके बाद 18 जनवरी से पूजन, अर्चन अनुष्ठान की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कर अनुष्ठान की पूर्णाहुति होगी. 22 जनवरी को मृगशिरा नक्षत्र में दिन 12:20 के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. 12:30 बजे प्रधानमंत्री मोदी रामलला की पहली आरती उतारेंगे.
 
			 
                                 
					

 
                                 
                                









