ग्रेटर नोएडा में भारतीय किसान यूनियन टिकैत के राष्ट्रीय आह्वान पर 26 फरवरी को दनकौर के सलारपुर काट पर इकट्ठा होकर ट्रैक्टर ट्राली लेकर यमुना एक्सप्रेसवे से दिल्ली की तरफ मार्च करेंगे। इसके साथ ही नोएडा के किसान भी एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टर ट्राली के साथ इकट्ठा होंगे। किसानों का कहना है कि प्रशासन व सरकार ने उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया जिसके चलते किसान प्रदर्शन और आंदोलन करने को मजबूर हैं।
दरअसल, 21 फरवरी को भारतीय किसान यूनियन टिकट के सैकड़ो कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर पैदल मार्च करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय सूरजपुर पर प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्होंने महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया और कहा कि अगर प्रशासन ने उनकी मांगों को 26 फरवरी तक पूरा नहीं किया तो वह अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की तरफ मार्च करेंगे।
भारतीय किसान यूनियन टिकैत के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष पवन खटाना ने बताया कि किसानों के साथ जो अन्याय हो रहा है उसी को लेकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। पंजाब के किसान अगर दिल्ली में आना चाहते हैं तो उन्हें हरियाणा के बॉर्डर पर क्यों रोका जा रहा है। किसानों को दिल्ली में जाने से रोकने के लिए सड़कों पर बड़े बेरिकेडिंग लगाए जा रहे हैं। आंसू गैस के गोले और किसानों पर लाठी चार्ज की जा रही है। सरकार का यह निरंकुश व्यवहार किसानों को उनकी मांगों से रोकने के लिए किया जा रहा है। नोएडा में पिछले कई महीने से जगह-जगह किसान अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन उनकी मांगों को सुनने वाला कोई नहीं है। गौतम बुद्ध नगर में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण, नोएडा प्राधिकरण और यमुना प्राधिकरण में विकास को लेकर किसानों ने अपनी कीमती जमीन दे दी लेकिन उसके बाद भी किसानों को उनकी जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिल रहा है। इसके साथ ही किसानों को 10% आवासीय भूखंड सहित अन्य मांगों के लिए अधिकारियों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
पवन खटाना ने बताया कि इन्हीं सभी मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन सोमवार को दनकौर के सलारपुर अंडरपास से यमुना एक्सप्रेस पेपर ट्रैक्टर टोली के साथ चलेंगे और वह यहां से ग्रेटर नोएडा होते हुए दिल्ली की तरफ मार्च करेंगे इसके साथ ही जो नोएडा के किस है वह भी एक्सप्रेसवे पर कट जहां पर बने हुए हैं वहां से ऊपर चलेंगे और दिल्ली के लिए मार्च करेंगे।