Sanchar Now। ग्रेटर नोएडा में जिला कलेक्टर सूरजपुर पर पिछले 9 दिनों से चल रहा किसानों का धरना आज समाप्त हो गया। जिला प्रशासन ने किसानों की मांग मानते हुए हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक कर दिया है। हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक होने पर संयुक्त किसान मोर्चे का धरना मंगलवार को समाप्त हो गया। संयुक्त मोर्चा की ओर से समन्वय समिति हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट की समीक्षा करेगी और फिर आंदोलन की आगे की रणनीति बनाकर घोषणा करेगी।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा के किसानों ने अपनी मांगों को लेकर बीते दिनों ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर आंदोलन किया था। आंदोलन के बाद जब किसानों की मांगे पूरी नहीं हुई तो उन्होंने दिल्ली कोच का ऐलान किया था। जिसके बाद अधिकारियों से वार्ता के बाद किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए हाई पावर कमेटी बनाने पर सहमति बनी। इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने एक हाई पावर कमेटी के गठन का निर्णय लिया और बताया कि यह हाई पावर कमेटी किसानों की समस्याओं को सुनकर उन पर शासन को रिपोर्ट भेजेगी। उसके बाद यह कमेटी समस्याओं के निस्तारण का रास्ता भी निकलेगी। 21 फरवरी 2024 को रिवेन्यू बोर्ड के अध्यक्ष की अध्यक्षता में इस हाई पावर कमेटी बनाई गई। जिसमें मेरठ मंडल कमिश्नर और जिलाधिकारी गौतम बुध नगर सदस्य बनाए गए।
हाई पावर कमेटी बन जाने के बाद उसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी गई। जिसके बाद गौतम बुद्ध नगर के किसान हाई पावर कमेटी के द्वारा शासन को की गई सिफारिश को सार्वजनिक करने की मांग कर रहे थे। लेकिन अधिकारियों के द्वारा कमेटी की सिफारिशों को सार्वजनिक नहीं किया गया। जिसके चलते किसानों ने जिला कलेक्ट्रेट सूरजपुर पर प्रदर्शन करते हुए अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। आज मंगलवार को आंदोलन के नौवे दिन प्रशासन ने किसानों की मांगों को मानते हुए हाई पावर कमेटी की सिफारिश को सार्वजनिक करते हुए किसानों को सौंप दिया है।
किसान सभा के जिला अध्यक्ष डॉ रुपेश वर्मा ने आज नौवे दिन धरने को संबोधित करते हुए कहा कि किसान का धरना हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने के मकसद से शुरू किया गया था। जिसमें एनटीपीसी के किसानों की समिति के गठन के संबंध में, रोजगार के संबंध में एवं जिले में डीएमआईसी, पेरीफेरल एक्सप्रेसवे, हाइटेक सिटी और अंसल हाइटेक सिटी आदि सभी प्रोजेक्ट के सक्षम अधिकारियों के साथ जिलाधिकारी के हस्तक्षेप पर एक महीने के अंदर उनकी समस्याओं को निराकरण आश्वासन दिया गया है। जिसके बाद किसानों ने मांगों को पूरा होने के बाद अनिश्चितकालीन धरने को समाप्त कर दिया। इसके बाद किसानों ने कहा कि जल्द ही किसान एक मीटिंग बुलाकर हाई पावर कमेटी की सिफारिशों की समीक्षा करते हुए आगे के आंदोलन की रणनीति बनाकर उसकी घोषणा करेंगे।