प्राधिकरण कार्यालय पर महापड़ाव में शामिल सैकड़ों महिलाएं और किसान हुए विरोध जुलूस में हुए शामिल
संचार न्यूज़। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर अपनी मांगों को लेकर महापड़ाव में बैठे किसानों ने सोमवार को प्राधिकरण के खिलाफ विरोध जुलूस निकाला। इस जुलूस में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भागीदारी निभाई और सैकड़ों की संख्या में किसान व महिलाये शामिल हुई। हाथों में काली पट्टी बांधकर भारी संख्या में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर ग्रेटर नोएडा में कई किलोमीटर लंबा विरोध जुलूस निकाला।
दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर कई दर्जन गांवों के किसान अपनी मांगों को लेकर पिछले 14 दिन से महापड़ाव डालकर धरने पर बैठे हुए है। किसानों का कहना है कि प्राधिकरण उनकी मांगों को पूरा नहीं कर रहा है और जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होगी किसानों का यह धरना प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा। इसी के दौरान सोमवार को किसानों ने हाथों में काली पट्टी बांधकर प्राधिकरण के खिलाफ विरोध जुलूस निकालने का निर्णय लिया था प्राधिकरण के खिलाफ महिलाएं और किसान भारी संख्या में जेपी गोल चक्कर पर इकट्ठे हुए। जहां से परी चौक होते हुए अल्फा कमर्शियल बेल्ट और वापस जेपी गोल चक्कर पर विरोध जुलूस का समापन किया। इस दौरान सैकड़ों की संख्या महिलाएं व किसान शामिल हुए।
किसानों ने बताया कि प्राधिकरण के बाहर अपनी मांगों को लेकर वह महापड़ाव डाले हुए हैं उसी के दौरान किसानों ने सोमवार को हजारों की संख्या में जेपी गोल चक्कर से परी चौक होते हुए काली पट्टी बांधकर जोरदार नारेबाजी करते हुए विरोध जुलूस निकाला। जुलूस में बड़ी संख्या में महिलाएं ने भागीदारी की। बीटा 2 थाने की पुलिसकर्मियों ने किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा को सुबह हाउस अरेस्ट किया था लेकिन आंदोलन के भारी दबाव में जुलूस निकालने से पहले ही पुलिस ने उनको रिहा कर दिया। किसानों ने बताया कि पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार सभी किसान जेपी गोल चक्कर पर इकट्ठा हुए। सैकड़ों की संख्या में 2 किलोमीटर लंबी लाइन बनाई जिसमें सबसे आगे महिलाएं थी और उनके पीछे पुरुष किसान थे। सभी ने प्राधिकरण के खिलाफ नारेबाजी करते हुए विरोध जुलूस निकाला।
किसानों ने बताया कि जेपी गोल चक्कर से चलकर सेक्टर अल्फा कमर्शियल बेल्ट के गोल चक्कर होते हुए परी चौक और फिर परी चौक से जेपी गोल चक्कर पर इस जुलूस का समापन किया गया। वहां से किसान सैकड़ों की संख्या में धरना स्थल पर पहुंचे। धरने स्थल पर अखिल भारतीय महिला समिति कक नेता पुष्पावती एवं दिल्ली एनसीआर महिला सेवा समिति की महासचिव आशा यादव, महिला समिति जिला अध्यक्ष चंदा बेगम, रेखा चौहान, लता सिंह सीटू के नेता गंगेश्वर दत्त शर्मा ने भी किसानों के जुलूस को अपना पूर्ण समर्थन दिया।
भारतीय किसान परिषद के नेता सुखबीर सिंह खलीफा एवं मनमिंदर भाटी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता समर्थन देने धरना स्थल पर पहुंचे और किसान सभा को आश्वासन दिया कि आगामी 15 मई के आंदोलन में उनका संगठन पूरे संख्या बल से समर्थन करने आएगा और हिस्सा लेगा। धरने को किसान सभा के केंद्रीय कमेटी के सदस्य पुष्पेंद्र त्यागी और मनोज ने संबोधित किया उन्होंने कहा कि किसान सभा जिला अध्यक्ष नरेंद्र भाटी ने प्राधिकरण के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि या तो अधिकारी किसानों के वाजिद मांगों को मान लें अन्यथा प्राधिकरण के दोनों बेटों को बंद कर दिया जाएगा। वही किसान सभा के प्रवक्ता डॉ रुपेश वर्मा ने इस मौके पर कहा कि किसान सभा ने गांव के स्तर पर अपनी कमेटियों का गठन किया है जिसमें महिलाओं की कमेटी युवाओं की कमेटी किसानों की कमेटी गठित कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि गांव में प्राधिकरण के खिलाफ भारी आक्रोश है गांव पूरी तरह संगठित होने लगे हैं दिल्ली आंदोलन की तर्ज पर आगे के आंदोलन की योजना बनाई जाएगी वहीं शिक्षा गांव के जोगिंदर प्रधान ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे सभी गांव संगठित हो गए हैं 10% आबादी प्लॉट, सर्किल रेट का 4 गुना मुआवजा, आबादियों के लिए बैक लीज एवं निस्तारण साढे 17% प्लॉट कोटा न्यूनतम प्लॉट, रोजगार और प्लॉटों की पेनल्टी समाप्त करने सहित अन्य मुद्दों को हल होने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती उन्होंने कहा कि आज घोड़ा गांव में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं और पुरुषों की कमेटी का गठन किया गया है। सोमवार को धरने पर अजय पाल भाटी, गवरी मुखिया, सतीश यादव, सुरेश यादव, प्रकाश प्रधान, विकास गुर्जर, यतेंद्र मैनेजर, सरजीत यादव, मोहित, प्रशांत, पप्पू प्रधान, सूबेदार धर्मपाल, मनोज भाटी, अजब सिंह नेताजी, धीरज सिंह, ईश्वर सिंह, संदीप व सुरेंद्र भाटी सहित सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद रहे।