उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक व्यापारी के घर लूट और हत्या को अंजाम देने वाले 50 हजार के इनामी बदमाश फारुख को पुलिस ने मुठभेंड़ के दौरान मार गिराया है. यह मुठभेड़ हाईवे थाना क्षेत्र के सत्संग ग्राउंड के पास हुई. इस दौरान पुलिस ने बदमाश फारुख के कब्जे से 21 लाख 88 हजार रुपए की नगदी, सोने चांदी के जेवर, इनोवा कार और एक पिस्टल बरामद की है. इस बदमाश के बारे में सुराग व्यापारी के ड्राइवर मोहसिन की गिरफ्तारी के बाद मिला था.फारुख पहले से व्यापारी कृष्ण अग्रवाल को जानता था.
फारुख के कहने पर ही कृष्ण अग्रवाल ने मोहिसीन को अपना ड्राइवर रखा था. पुलिस के मुताबिक व्यापारी के घर में 4 नवंबर को हुए लूट और हत्याकांड की जांच करते हुए ड्राइवर मोहसिन को गिरफ्तार किया था. उसने पुलिस की पूछताछ में बताया था कि वारदात फारुख ने अंजाम दिया है और वह खुद इस वारदात में शामिल था. उसने बताया कि 4 नवंबर को व्यापारी दंपति घर में अकेले थे. इसी का फायदा उठाते हुए उन लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया था.
मोहिसीन ने पुलिस को बताया कि वारदात को अंजाम देने के लिए वह फारुख को व्यापारी की गाड़ी में ही छिपा कर कालोनी में ले आया था. उसने बताया कि इस वारदात की प्लानिंग उन लोगों ने एक महीने पहले ही कर ली थी. इसी प्लानिंग के तहत व्यापारी के घर की चाबी चुराकर उसने फारुख को दे दी थी. उसने बताया कि पहले उनकी प्लानिंग केवल लूटपाट की थी, लेकिन जब व्यापारी ने विरोध किया तो फारुख ने उसके ऊपर ताबड़तोड़ प्रहार किया, इससे व्यापारी की पत्नी कल्पना अग्रवाल की मौत हो गई.
इस वारदात में खुद कृष्ण अग्रवाल बुरी तरह से जख्मी हो गए थे. वारदात के बाद मोहिसीन और फारुख व्यापारी की गाड़ी उसके घर पर ही छोड़ गए थे और सारा माल समेट कर स्कूटी से फरार हो गए थे. फिर अगले दिन खुद मोहिसीन ने व्यापारी के घर पहुंच कर शोर मचाते हुए कहा कि किसी ने घर में लूटपाट करते हुए इस वारदात को अंजाम दिया है. हालांकि पुलिस को मोहिसीन पर शक हो गया. उसे हिरासत में लेकर जब कड़ी पूछताछ की गई तो उसने वारदात को कबूल लिया. इसके बाद पुलिस ने शनिवार को फारुख की घेराबंदी की. इस दौरान फारुख ने खुद के बचाव के लिए पुलिस पर फायरिंग की तो पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग करते हुए उसे मार गिराया है.