कर्नाटक के हुबली जिले के विद्यानगर में हुए नेहा हिरेमत मर्डर केस की वजह से पूरे सूबे में बवाल हो रहा है. लोग इसे लव जिहाद का मुद्दा बताकर गुनहगार को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं. नेहा के परिजनों ने कहा है कि उनकी बेटी के साथ जो हुआ वैसा किसी और के साथ नहीं होना चाहिए. जरूरत पड़े तो सरकार इसके लिए कानून बनाए और आरोपी फैयाज से पूछताछ कर इसकी वजहों को समझने की कोशिश करे. उधर आरोपी की मां ने लव जिहाद से साफ इनकार किया है. उनका कहना है कि नेहा और फैयाज एक-दूसरे से प्यार करते थे.
फैयाज की मां मुमताज ने कहा, ”मैं अपने बेटे की ओर से कर्नाटक के सभी लोगों से माफी मांगती हूं. मैं लड़की के माता-पिता से भी माफी मांगती हूं. वो मेरी बेटी की तरह थी. मैं भी उसके परिवार की तरह उतना ही दुखी हूं. मेरे बेटे ने जो किया वो गलत है. इसके लिए उसे दंड मिलना चाहिए. उसने हमारा सिर शर्म से झुका दिया है. वह पांच दिन पहले (13 अप्रैल) को यह कहकर घर से निकला था कि वो घर बैठे-बैठे तंग आ गया है. नौकरी ढूंढने जा रहा है. मुझे हत्या के बारे में तब पता चला जब एक परिचित ने फोन करके मुझसे टेलीविजन चालू करने के लिए कहा.”
मुमताज ने कहा, ”नेहा एक अच्छी लड़की थी. फैयाज और नेहा न केवल अच्छे दोस्त थे, बल्कि एक-दूसरे से प्यार भी करते थे. ये बात मुझे पिछले एक साल से पता थी. यह एकतरफा प्यार नहीं था. मेरा बेटा उससे शादी करने के लिए तैयार था. लेकिन मैंने उससे कहा था कि पहले वो अपने करियर पर ध्यान दे. वो पढ़ने में बहुत होशियार है. नेहा भी समझदार थी. मैं चाहती थी कि वे दोनों आईएएस की तैयारी करें. लेकिन उसने हमारा सिर शर्म से झुका दिया है.. उसने जो किया है, उसके लिए उसे भुगतना होगा. एक मां होने के नाते मैं जानती हूं कि नेहा का परिवार किस तरह के दुख में है.”
नेहा के पिता निरंजन हिरेमत ने इस मामले में पुलिस की कार्रवाई पर संतोष जतााय है, लेकिन साथ ही कहा है कि अगर एक पार्षद होने के बावजूद उनके परिवार में ऐसा हो सकता है, तो फिर आम लोगों कितने खतरे में हैं इसका अंदाज़ा आसानी से लगाया जा सकता है. दरअसल, कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है और जिस लड़की का कत्ल हुआ है उसके पिता भी कांग्रेस पार्टी के नेता हैं. ऐसे में सरकार और उसकी कार्यशैली पर सवाल उठाए जाने लगे हैं. भाजपा ने सिद्धारमैया सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस पर कानून-व्यवस्था की कीमत पर तुष्टिकरण की राजनीति का आरोप लगाया है.
आइए इस सनसनीखेज हत्याकांड के बारे में सिलसिलेवार जानते हैं…
18 अप्रैल 2024 शाम 4.45 बजे, बीवीबी कॉलेज, हुबली, कर्नाटक. इन दिनों शहर के इस कॉलेज में इम्तेहान चल रहे हैं. करीब दो महीने तक टायफ़ायड से मुकाबला करने के बाद 24 साल की एमसीए स्टूडेंट नेहा हिरेमत इस रोज अपने एग्ज़ाम के लिए पहली बार कॉलेज आई थी. उसने एग्ज़ाम दिया भी और एग्जाम सेंटर से बाहर निकलने के फौरन बाद उसने फोन पर अपनी मां से बात की. यहां तक सबकुछ ठीक-ठाक था, लेकिन फोन रखने के बमुश्किल पांच मिनट बाद कुछ ऐसा हुआ कि सिर्फ हुबली या आस-पास के इलाके ही नहीं बल्कि पूरा कर्नाटक ही दहल गया.
उस वाकये की तस्वीरें कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरों में कुछ यूं क़ैद हो गईं. नेहा एग्ज़ाम सेंटर से बाहर निकली थी, तब तक एक लड़का अचानक उसके सामने आ गया. उसने नेहा से कुछ बात करने की कोशिश की, लेकिन नेहा शायद इसके लिए तैयार नहीं थी, वो पीछे हट रही थी. लेकिन इसी असमंजस और इनकार के बीच लड़के ने कुछ ऐसा किया जो कोई सोच भी नहीं सकता था. उसने अचानक अपनी जेब से एक बड़ा सा चाकू निकाला और नेहा पर टूट पड़ा. एक तो 24 साल की दुबली-पतली नेहा, ऊपर से अभी-अभी टायफॉयड से उबरने की कमज़ोरी. उसको संभलने का मौका ही नहीं मिला.
नेहा जमीन पर गिर पड़ी और हमलावर लड़के ने उसे गले पर चाकू से ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर दिया. नेहा खुद को जितना बचाने की कोशिश करती, हमलावर उस पर उतने ही वार करता. उसने नेहा के गले में दोनों तरफ से वार किया और उसे कम से कम सात से आठ चाकू मारे. लेकिन इससे पहले कि एक स्टूडेंट पर दूसरे स्टूडेंट के इस हमले को देख कर वहां मौजूद बाकी लोग रिएक्ट कर पाते, चंद सेकंड से अंदर ही हमलावर अपने इरादों को अंजाम देकर वहां से भागने लगा. लेकिन कॉलेज में मौजूद बाकी लड़कों ने पीछा कर उसे काबू करने में कामयाबी हासिल कर ली और उसे पुलिस के हवाले कर लिया.
हमलावर लड़का कोई और नहीं बल्कि उसके साथ बीसीए में क्लासमेट रह चुका फैयाज कोंडीकोप्पा था. इस हमले के बाद कॉलेज के स्टूडेंट्स और टीचर्स ने नेहा को किसी तरह अस्पताल पहुंचा. लेकिन मौका ए वारदात से करीब 2 किलोमीटर दूर के आईएमएस अस्पताल पहुंचते-पहुंचते नेहा की जान जा चुकी थी. पुलिस ने छात्रों की मदद से नेहा की जान लेने वाले फैयाज को तो गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन इस वारदात के पीछे क्लासमेट की सूरत में छुपे सनकी आशिक की एक ऐसी कहानी छुपी है, जो डराने वाली है. नेहा के पिता निरंजन हिरेमत हुबली धारवाड नगर निगम में कांग्रेस से पार्षद हैं.
सियासी तौर पर अपने इलाके में काफी एक्टिव हैं. हिरेमत परिवार ने पुलिस को बताया है कि फैयाज उनकी बेटी नेहा को पिछले कई महीनों से काफी परेशान कर रहा था. वो नेहा से दोस्ती करना चाहता था, लेकिन वो इसके लिए तैयार नहीं थी. उसने उसे साफ-साफ मना भी कर दिया, लेकिन फैयाज ने उसका पीछा करना बंद नहीं किया. यही वजह है कि नेहा के घरवालों ने पांच छह महीने पहले फैयाज को अपनी बेटी से दूर रहने की चेतावनी भी दी थी. अपनी बेटी को वो खुद की कॉलेज छोड़ने और पिक करने भी जाते थे. लेकिन उन्हें क्या पता था कि फैयाज कॉलेज के अंदर ही उनकी बेटी पर हमला कर देगा.
एक कॉलेज के अंदर एक स्टूडेंट के हाथों दूसरे स्टूडेंट के क़त्ल की ये वारदात इतनी भयानक थी कि इसने हुबली के साथ-साथ पूरे कर्नाटक को हिला दिया. गुनहगार को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के नाम पर हुबली से लेकर बेंगलुरु तक में विरोध प्रदर्शनों की शुरुआत हो गई. इस वारदात के बहाने सवाल कर्नाटक के लॉ एंड ऑर्डर पर भी उठाए जाने लगे. हालत ये हुई कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को भी इस मामले पर अपना पक्ष स्पष्ट करना पड़ा. सीएम का कहना था कि क़त्ल की ये वारदात दोनों पक्षों के बीच का निजी कारणों की वजह से हुई. इसका लॉ एंड ऑर्डर से कोई सीधा ताल्लुक नहीं है.
पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपी फैयाज मूल रूप से कर्नाटक के बेलगावी जिले के सवादत्ती का रहनेवाला है. उसके पिता एक सरकारी स्कूल में टीचर हैं. छह महीने पहले वो अपने इम्तेहान में फेल हो गया था. इसके बाद से उसने कॉलेज जाना बंद कर दिया था. लेकिन अब जब नेहा अपनी बीमारी से उबर कर दो महीने बाद कॉलेज पहुंची, तो फैयाज भी उसका पीछा करते हुए कॉलेज पहुंच गया और उस पर हमला कर दिया. अब तक की जांच में पता चला है कि फैयाज, नेहा के लव प्रपोजल से कुछ इतना बौखला गया था कि उसने नेहा पर हमला कर उसकी जान ही ले ली. जाहिर वो काफी दिनों से तैयारी कर रहा था.