अलीगढ़ : सांसद सतीश गौतम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर सुर्खियां बंटोर रहा है. कोल इलाके में आयोजित कार्यक्रम में वह खुले मंच पर शहर विधायक मुक्ता राजा के कंधे पर हाथ रखकर बातें करते नजर आ रहे हैं. इसके बाद विधायक को अपनी कुर्सी बदलनी पड़ी. वह दूसरी जगह जाकर बैठ गईं. मामले से जुड़ा वीडियो दो दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हालांकि ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है.
25 सितंबर का है मामला : वीडियो 25 सितंबर का बताया जा रहा है. कोल विधायक अनिल पाराशर ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया था. यह कार्यक्रम इलाके के श्रीराम बैंक्वेट हॉल में हुआ था. कार्यक्रम में परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह, उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय भी शामिल हुए थे. मंच पर पूर्व महापौर शकुंतला भारती और भाजपा की कार्यकारिणी सदस्य पूनम बजाज भी मौजूद थीं. इसके अलावा जिला पंचायत अध्यक्ष विजय सिंह भी मौजूद थीं. मंच पर शहर विधायक मुक्ता राजा भी मौजूद थीं.
विधायक को बदलनी पड़ी कुर्सी : वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि शहर विधायक मुक्ता राजा के ठीक बगल भाजपा सांसद सतीश गौतम बैठे हैं. सांसद पहले विधायक के हाथ पर अपना हाथ रखकर कुछ बातें करते हैं. इसके बाद अचानक से विधायक के कंधे पर अपने दोनों हाथ रखकर मुस्कुराने लगते हैं. मंज पर कई अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद हैं. भाजपा के अन्य पदाधिकारी भी हैं. सांसद की इस हरकत से विधायक खुद को असहज महसूस करती हैं. कुछ ही देर बाद वह अपनी कुर्सी बदल देती हैं. इसके बाद दूसरी जगह जाकर बैठ जाती हैं. बरौली से भाजपा विधायक ठाकुर जयवीर सिंह भी सांसद की हरकतों पर गौर करते नजर आ रहे हैं
पूर्व विधायक ने पत्नी को उतारा था चुनाव में : बता दें कि मुक्ता राजा पूर्व भाजपा विधायक संजीव राजा की पत्नी हैं. संजीव राजा का आठ महीने पहले निधन हो गया था. 22 साल पहले संजीव राजा के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा और ट्रैफिक पुलिस से मारपीट का मामला दर्ज हुआ था. मामले में संजीव राजा को स्थानीय कोर्ट ने 2 साल की सजा सुनाई थी. इसके चलते वह चुनाव नहीं लड़ सके थे. इस पर उन्होंने पत्नी मुक्ता राजा को चुनावी मैदान में उतारा था. मुक्ता राजा अलीगढ़ शहर सीट से विधायक चुनी गईं. विधायक चुने जाने के बाद मुक्त राजा ने विधानसभा में पहले दिन संस्कृत में शपथ लेकर सभी को चौंका दिया था. उनके पति संजीव राजा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाने-माने नेता थे. अलीगढ़ के कद्दावर नेताओं में उनकी गिनती होती थी. वह वैश्य समाज की राजनीति का प्रतिनिधित्व करते थे. संजीव राजा 2017 में विधायक बने थे. 2022 विधानसभा चुनाव में उन्होंने पत्नी मुक्ता राजा को मैदान में उतारा था.