ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लुफ्थांसा और सिंगापुर एयरलाइंस अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा शुरू करेगी। पहले दिन दोनों एयरलाइंस के विमान ज्यूरिख, सिंगापुर और दुबई के लिए उड़ान भरेंगे। इसके लिए इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आइएटीए) ने स्वीकृति दे दी है।
यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा. लि. के साथ अनुबंध के बाद दोनों एयरलाइंस को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा शुरू करने के लिए आइएटीए में आवेदन किया गया था। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से विमान सेवा शुरू होने का समय नजदीक आने के साथ ही घरेलू व अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा की तस्वीर भी साफ होने लगी है।
लुफ्थांसा और सिंगापुर एयरलाइंस के साथ इसके लिए हुआ समझौता
एयरपोर्ट से 17 अप्रैल 2025 को विमान सेवा शुरू होने के पहले दिन से ही तीन अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा, 25 घरेलू और दो कार्गो सेवाएं शुरू की जाएंगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डा. अरुणवीर सिंह का कहना है कि लुफ्थांसा और सिंगापुर एयरलाइंस के साथ इसके लिए अनुबंध हुआ है।
दोनों एयरलाइंस सिंगापुर, दुबई और ज्यूरिख के लिए विमान सेवा पहले दिन से उपलब्ध होंगी। आइएटीए से स्वीकृति मिल चुकी है। केंद्र सरकार के स्तर पर अभी स्वीकृति मिलना शेष है। लुफ्थांसा 78 देशों के लिए 179 विमान सेवाओं का संचालन कर रही है।
घरेलू विमान सेवा के लिए इंडिगो और आकाशा एयरलाइंस से हुआ करार
घरेलू विमान सेवा के लिए इंडिगो व आकाशा एयरलाइंस से पहले ही करार हो चुका है। लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, चेन्नई, बेंगलुरु, श्रीनगर, जयपुर आदि प्रमुख शहर नोएडा एयरपोर्ट से जुड़ जाएंगे।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) के लिए जमीन देने वाले किसानों को हवाई जहाज से यात्रा करने का सुनहरा मौका मिलने वाला है। एयरपोर्ट से कमर्शियल सेवा शुरू होने के पहले दिन लखनऊ के लिए जाने वाली फ्लाइट में किसानों को यात्रा कराई जाएगी। जबकि एक दूसरी फ्लाइट में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) व कुछ अधिकारी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लखनऊ (Lucknow) तक जाएंगे।
17 अप्रैल से एयरपोर्ट पर शुरू होगी कमर्शियल सेवा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) से कमर्शियल सेवा शुरू करने की डेट लगभग फाइनल हो चुकी है। 17 अप्रैल से एयरपोर्ट पर कमर्शियल सेवा शुरू हो की जाएगी। एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए छह गांव की 1334 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया गया था। करीब 11.80 हे. जमीन किसानों की अधिगृहीत की गई थी। बाकी की शेष जमीन सरकारी है।