नई दिल्ली: यूपी के प्रतापगढ़ जिले में चुनावी रंजिश को लेकर सोमवार को शहर के बीचों-बीच दो पक्षों में मारपीट और विवाद हो गया. शहर के बाबागंज में जिले के पूर्व विधायक धीरज ओझा ने विवाद के बीच अपने ऊपर फायरिंग का आरोप लगाया है. विधायक का दावा है कि इस विवाद में पूर्व विधायक ख़ुद तो बाल बाल बच गए लेकिन उनका भाई घायल हो गया. ये पूरा विवाद ब्लॉक प्रमुख के चुनाव को लेकर बताया जा रहा है.
प्रतापगढ़ शहर के बीचोबीच नगर कोतवाली क्षेत्र के बाबागंज में रानीगंज से भाजपा केनपूर्व विधायक धीरज ओझा पर हमला हो गया. विधायक तो बच गए लेकिन उनके भाई घायल हो गए. दरअसल मारपीट और हमले की जड़ में ब्लॉक प्रमुख चुनाव का विवाद बताया जा रहा है. कहा जा रहा है कि पूर्व विधायक के समर्थकों ने विपक्षी की तीन गाड़ियों को तोड़कर क्षतिग्रस्त कर दिया. इस बीच एक आरोपी को दबोचकर जमकर पीटा गया. पूर्व विधायक धीरज ओझा ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख विनोद दुबे और उनके गुर्गों पर हमले का आरोप लगाया है. इस दौरान डीएम आवास से लेकर शहर तक ये पूरा ड्रामा चलता रहा और पुलिस के अधिकारियों को भनक भी न लगी.
दरअसल ये पूरा मामला शिवगढ़ ब्लॉक से जुड़ा बताया जा रहा है, जहां ब्लॉक प्रमुख को लेकर सालों से विनोद दुबे और पूर्व विधायक के बीच विवाद होता रहा है.
उधर इस मामले पर पुलिस ने कहा है कि शिवगढ़ ब्लॉक से पूर्व प्रत्याशी रहे विनोद दुबे ने चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए उच्च न्यायालय में एक याचिका डाली थी. इसके डायरेक्शन पर जिलाधिकारी द्वारा विनोद दुबे को बुलाया गया था. उसी समय पूर्व विधायक धीरज ओझा भी पहुंच गए. दोनों पक्षों में मारपीट हो गई जिसमें दोनों पक्षों के लोग घायल हुए जिनका इलाज करता जा रहा है. विधायक की तरफ से फायरिंग का आरोप लगाया गया है लेकिन पुलिस इस से कार कर रही है.