उत्तर प्रदेश आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) ने हाथरस में अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति घोटाले के दो आरोपियों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों को चंदपा कोतवाली क्षेत्र के नगला मोतीराम से गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक शैक्षिक संस्थान के तत्कालीन प्रधानाचार्य राजेंद्र प्रसाद और उनकी पत्नी तत्कालीन प्रबंधक सुधा शर्मा निवासी नगला मोतीराय शामिल हैं।
शैक्षणिक सत्र 2011-12 से 2012-13 के दौरान प्री-मैट्रिक स्तर के अल्पसंख्यक छात्रों की छात्रवृत्ति में गबन का मामला सामने आया था। इस घोटाले में 62 शैक्षणिक संस्थानों और मदरसों ने फर्जी छात्रों के नाम पर 24.92 करोड़ रुपये निकाल लिए थे। मामले की जांच थाना मुरसान, हाथरस में दर्ज होने के बाद ईओडब्ल्यू को सौंपी गई। जांच में पता चला कि तत्कालीन अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने कई संस्थानों के प्रबंधकों और प्रधानाचार्यों के साथ मिलकर यह घोटाला किया।
गिरफ्तार किए गए राजेन्द्र प्रसाद और सुधा शर्मा पर अपने संस्थान मदरसा अब्दुल हमीद इस्लामिया एजुकेशन, नगला मोतीराय, अर्जुनपुर (हाथरस) के माध्यम से 38.10 लाख की छात्रवृत्ति राशि गबन करने का आरोप है। दोनों को ईओडब्लू ने अभियान शिकंजा के तहत पकड़ा। अब तक इस मामले में 81 लोगों की संलिप्तता सामने आ चुकी है। ईओडब्ल्यू पहले भी कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। ईओडब्ल्यू की इस कार्रवाई से कुछ अन्य कॉलेज संचालकों में खलबली मच गई है।