संचार नाउ। ग्रेटर नोएडा। भारत और यूएई के बीच स्टार्टअप सहयोग को नई ऊंचाई देने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल करते हुए यूएई-इंडिया सेपा काउंसिल और गलगोटिया विश्वविद्यालय ने संयुक्त रूप से एक स्टार्टअप लॉन्चपैड स्थापित करने की घोषणा की है। यह लॉन्चपैड भारत के उभरते स्टार्टअप्स को यूएई-इंडिया व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (CEPA) के तहत वैश्विक अवसरों से जोड़ने का मंच बनेगा।
दरअसल, गलगोटिया विश्वविद्यालय और यूएई-इंडिया सेपा काउंसिल की यह पहल देश के स्टार्टअप परिदृश्य को नई दिशा देने का काम करेगी। यह साझेदारी न केवल भारत-यूएई संबंधों को आर्थिक दृष्टिकोण से मजबूती देगी, बल्कि भारत के युवाओं को वैश्विक स्टार्टअप मंच पर पहचान दिलाने में भी निर्णायक भूमिका निभाएगी।
सेपा निदेशक ने की शुरुआत, साझेदारी को बताया मील का पत्थर
इस कार्यक्रम की शुरुआत सेपा काउंसिल के निदेशक अहमद अलजनेबी द्वारा की गई, जिन्होंने “स्टार्टअप सीरीज़” पर एक व्यापक प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि भारत के शैक्षणिक और इनक्यूबेशन संस्थान ऐसे स्टार्टअप तैयार कर रहे हैं जिनमें वैश्विक स्तर पर आगे बढ़ने की भरपूर क्षमता है। इस तरह की साझेदारी उन्हें अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जोड़ती है, जिससे उनका विकास तेज़ी से संभव हो सकता है।
गलगोटिया विश्वविद्यालय की वैश्विक सोच
गलगोटिया विश्वविद्यालय के सीईओ डॉ. ध्रुव गलगोटिया ने इस अवसर पर बताया कि हमारा उद्देश्य है कि युवाओं को नवाचार और स्टार्टअप के लिए विश्वस्तरीय इकोसिस्टम दिया जाए। यह साझेदारी हमारी अंतरराष्ट्रीय दृष्टि और नवाचार आधारित शिक्षा को और मज़बूत करती है।
साझेदारी को मिला आधिकारिक रूप
इस अवसर पर गलगोटिया विश्वविद्यालय और सेपा काउंसिल के बीच एक सहमति पत्र (MoU) पर भी हस्ताक्षर किए गए, जिससे दोनों संस्थाओं के बीच दीर्घकालिक सहयोग की आधारशिला रखी गई। यह समझौता नवाचार, उद्यमिता और वैश्विक नेटवर्किंग के साझा लक्ष्यों को आगे बढ़ाएगा।
गलगोटिया इनक्यूबेशन सेंटर की भूमिका
गलगोटिया विश्वविद्यालय का इनक्यूबेशन सेंटर फॉर रिसर्च, इनोवेशन, स्टार्टअप एंड एंटरप्रेन्योर्स पहले से ही युवाओं को स्टार्टअप गाइडेंस, रणनीतिक मेंटरशिप और इंटरडिसिप्लिनरी सहयोग के माध्यम से प्रेरित कर रहा है। यह लॉन्चपैड उस कार्य को और मजबूती देगा।
प्रत्यक्ष संवाद से बढ़ी समझ
कार्यक्रम के अंत में एक संवादात्मक प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों, स्टार्टअप संस्थापकों और शिक्षकों ने श्री अलजनेबी से सीधे सवाल पूछे। इस सत्र से प्रतिभागियों को स्टार्टअप इकोसिस्टम, वैश्विक विस्तार की संभावनाएं और चयन प्रक्रिया के बारे में गहराई से जानकारी मिली।