नोएडा। कोतवाली फेज-2 पुलिस ने सोमवार दोपहर को मुठभेड़ में अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के सरगना समेत तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। सोमवार दोपहर हुई मुठभेड़ में सरगना के पैर में गोली लगी। वहीं उसके दो साथियों को घेरेबंदी कर दबोचा गया। तीनों की निशानदेही पर पुलिस ने चोरी के तीन चार पहिया वाहन बरामद किए हैं। वहीं रेकी में इस्तेमाल वाहन को भी कब्जे में लिया है। पुलिस इस गिरोह में शामिल अन्य बदमाशों की तलाश कर रही है।

नोएडा सेंट्रल के डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि 27 नवंबर को फेज टू क्षेत्र में एक कार चोरी हुई थी। इस घटना के बाद पुलिस की टीम जांच में जुटी हुई थी। इसके बाद सीआरटी, सर्विलांस और फेज टू पुलिस को वाहन चोर गिरोह के बदमाशों का इनपुट मिला और पुलिस टीम ने घेरेबंदी करनी शुरू कर दी। टीम जब सेक्टर-92 से बायोडायवर्सिटी पार्क की ओर जा रही थी, तभी बदमाश दिख गए। पुलिस को देखकर बदमाश भागने लगे। जब पुलिस ने पीछा किया तब बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश गोली लगने से घायल हो गया। इसके बाद दो अन्य साथियों को दबोच लिया। घायल हुए बदमाश की पहचान बिहार के समस्तीपुर निवासी पंकज शाह के रूप में हुई है। 24 वर्षीय पंकज गिरोह का सरगना है और कई सालों से दिल्ली के जगतपुरी में रह रहा है। उसके दोनों साथियों की पहचान मध्य प्रदेश के भिंड निवासी विवेक यादव और प्रेमपाल यादव के रूप में हुई है। तीनों की निशानदेही पर पुलिस ने चोरी के तीन वाहनों को झाड़ियों से बरामद किया। चोरी के तीन वाहनों में एक वाहन फेज तीन से, दूसरा फेज दो और तीसरी दिल्ली से चोरी किया गया था। पंकज समेत तीनों के खिलाफ 12 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
चार सालों से गिरोह बनाकर कर रहा था अपराध : एसीपी उमेश यादव ने बताया कि इस गिरोह का सरगना पंकज है जो पांचवीं तक पढ़ा हुआ है। यह करीब चार साल से गिरोह चला रहा है। इस गिरोह में शामिल विवेक यादव आठवीं और प्रेमपाल नौवीं तक पढ़े हैं। ये बदमाश सुनसान इलाके से लेकर भीड़ भाड़ वाले इलाके से वाहन चुराते हैं और ग्रामीण इलाके में बेचते हैं। पुलिस ने बदमाशों के पास से तमंचा, मोबाइल और 91 हजार रुपये की नकदी भी बरामद की है। डीसीपी सेंट्रल नोएडा ने गिरफ्तार करने वाली टीम को 50 हजार रुपये का इनाम दिया है।
बुकिंग के दौरान करते हैं रेकी : पुलिस पूछताछ में पता चला कि ये बदमाश टैक्सी ड्राइवर भी हैं और टैक्सी भी चलाते हैं। ये लोग बुकिंग के दौरान रास्ते में वाहनों की रेकी करते हैं और चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं। पंचशील चौकी क्षेत्र से चोरी की गई अर्टिगा की भी रेकी कर चोरी की थी।












