ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा कि यमुना सिटी में गौर इंटरनेशनल स्कूल के 2 वर्ष (सत्र) पूर्ण होने पर केक काटकर उत्साह मनाया। जहां पर उन्होंने बच्चों को अच्छी शिक्षा व बेहतर कल देने की सोच के साथ बढ़ने का संकल्प लिया था उसी संकल्प के साथ गौर इंटरनेशनल स्कूल में बच्चो को आधुनिक शिक्षा उपलब्ध कराई जा रही है। इस दौरान उन्होंने प्लांट देकर स्टाफ का उत्साहवर्धन कर उनके कार्य की प्रसंसा की। 2 सत्र पूर्व पूर्ण होने पर इस वर्ष विद्यालय अपना पहला स्पोर्ट्स डे का आयोजन कर रहा है जिसका आयोजन 19 मार्च को किया जाएगा।
इस दौरान विद्यालय की प्रधानाचार्य ज्योति मेहरा कक्कड़ ने बताया कि उन्होंने 15 बच्चों से स्कूल की शुरुआत की थी 2 साल के बाद अब स्कूल में 250 से अधिक बच्चे हैं जिनको आधुनिक शिक्षा दी जा रही है आज के समय में बच्चों को आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता है उसी के लिए बच्चों को ऐसी शिक्षा मिले जिससे वह आत्मनिर्भर बन सके और अपना विकास कर सकें। होलिस्टिक चाइल्ड सेंट्रिक एजुकेशन जिसके द्वारा बच्चो कि सोच को विकसित किया जा रहा है जिससे वह जीवन में कठिन निर्णय ले सके। गौर इंटरनेशनल स्कूल लगातार कामयाबी की तरफ बढ़ रहा है जिस प्रकार से मात्र 2 साल में 15 से लेकर 250 से अधिक छात्र- छात्राएं स्कूल के साथ जुड़ चुके हैं यहां पर बच्चों की पढ़ाई के लिए अच्छे अध्यापक नियुक्त किए गए हैं।
इस दौरान गौर ग्रुप की डायरेक्टर मंजू ने बताया कि यह विद्यालय लगभग 2 वर्ष पहले कोरोना के दौरान शुरू किया गया था उस समय जब पूरे देश में कोरोना महामारी बढ़ रही थी ऐसे में अधिकांश लोग गांवों की तरफ अग्रसर हो रहे थे क्योंकि इन जगहों पर कोरोना वायरस के संक्रमण न के बराबर थे ऐसे में बहुत से लोगों ने ग्रेटर नोएडा के यमुना सिटी स्थित गौर इंटरनेशनल स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ाने की इच्छा जाहिर की। यहां पर बच्चों की सुरक्षा सहित अन्य कई सुविधाएं बच्चों को दी जाती हैं पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें खेल प्रशिक्षण उचित तकनीकी के साथ दिया जाता है।
आने वाले समय में जेवर एयरपोर्ट बन जाने से यहां पर इंटरनेशनल कंपनियां आएंगी यहां का विकास होगा और विकास के लिए सबसे ज्यादा जरूरी शिक्षा होती है गौर इंटरनेशनल स्कूल ने इस क्षेत्र में एक अच्छी शिक्षा पद्धति शुरू की है। यहां पर पढ़ने वाले बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए नई शिक्षा पद्धति के आधार पर उन्हें शिक्षित किया जा रहा है।
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में सबसे ज्यादा जरूरी सुरक्षा है यहां पर बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। उनके माता-पिता बच्चों की सुरक्षा को लेकर आ स्वस्थ रहें इसके लिए बच्चे जैसे ही स्कूल में आकर अपना आई कार्ड मशीन में पंच करेंगे वैसे ही बैलेंस के पास मैसेज चला जाएगा कि बच्चे सुरक्षित स्कूल पहुंच चुके हैं इसके साथ ही जब बच्चे स्कूल से घर के लिए निकलेंगे तो कार्ड पंच करते ही अभिभावकों के पास मैसेज पहुंच जाता है कि बच्चे स्कूल से घर के लिए निकल चुके हैं ताकि अभिभावक निश्चिंत होकर अपना काम कर सके और बच्चे अच्छे तरीके से स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर सकें।