नयी दिल्ली: नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) अगले साल की शुरुआत में लैंगिक मुद्दों के समाधान के लिए एक रूपरेखा लाने की योजना बना रहा है। एक शीर्ष अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
डीजीसीए प्रमुख विक्रम देव दत्त ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि लैंगिक मुद्दे पर नियामक में अनौपचारिक रूप से बहस हुई है।
उन्होंने कहा, ”प्रणालीगत रूप से जब हम एक नियामक के रूप में इसे देखते हैं… तो हमने सोचा कि अगले साल की शुरुआत में हम लैंगिक मुद्दों पर डीजीसीए के लिए एक रूपरेखा लेकर आएंगे, जो कागज से परे और आधिकारिक परिपत्रों से परे होगा।”प्रस्तावित ढांचे के बारे में विशिष्ट विवरण फिलहाल नहीं पता चल सका है।
दत्त ने निजी क्षेत्र के भीतर सकारात्मक बदलाव को प्रभावित करने में डीजीसीए की बड़ी भूमिका का भी उल्लेख किया और हितधारकों से सुझाव मांगे।
इस मौके पर नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री वी के सिंह ने कहा कि भारतीय विमानन क्षेत्र में जबरदस्त वृद्धि की कहानी इस क्षेत्र में महिलाओं के नजरिये, प्रेरणा और ताकत का पर्याय है। महिलाएं हमारे विमानन परिदृश्य के लगातार बढ़ते क्षितिज को आकार दे रही हैं।