Sanchar Now। ग्रेटर नोएडा के कुमारी मायावती राजकीय महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर हॉस्टल प्रबंधक ने कैंपस की सुरक्षा को लेकर विशेष कदम उठाए। जहा पहले कॉलेज से छात्राओं ने सुरक्षा का हवाला देते हुए कॉलेज का हॉस्टल खाली कर दिया वहीं अब कुछ छात्राएं दोबारा कॉलेज के हॉस्टल में आने लगी है। मामला ज्यादा बढ़ता देख पुलिस प्रशासन ने कॉलिज की सुरक्षा का जायजा लिया जिसके चलते अब कॉलिज के सीसीटीवी कैमरे दुरुस्त कराए। वही बाउंड्री की तार फेंसिंग सहित सुरक्षा के मानकों को पूरा कराया है। कालेज प्रबंधन की तरफ से अभी तक किसी भी छात्र के पढ़ाई छोड़ कर जाने की बात से इनकार किया गया है। लेकिन कॉलेज प्रबंधन के द्वारा समय से कदम उठाए जाते तो इस प्रकार की घटना सामने नहीं आती जिसके चलते छात्राओं में डर का माहौल बन गया था।
दरअसल, कुमारी मायावती राजकीय महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल से 172 छात्राओं के हॉस्टल छोड़ने का विवाद काफी सुर्खियों में रहा। जिसके बाद पुलिस – प्रशासन व कॉलेज प्रबंधन ने सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाए। इसके बाद जहां कैंपस में लाइटिंग की बेहतर व्यवस्था की गई वही परिसर के चारों ओर दीवार पर तार फेंसिंग की गई इसके साथ ही झाड़ियां को हटा दिया गया है। कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि अफवाहों के चलते गर्ल्स कॉलेज में छात्राओं के साथ डर की बात सामने आई आई थी। अफवाह दूर होने के बाद छात्राएं कालेज में लौटने लगी है।
वही अभी इस पूरे मामले पर कॉलेज के प्रिंसिपल प्रेम शंकर ने बताया कि कुछ छात्राओं ने घटना को उकसावे और जबरदस्ती डर फैलाने के कारण अन्य छात्राएं घर चली गई थी। जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने यहां की सुरक्षा व्यवस्था का जायज लिया कॉलेज में लगे हुए सीसीटीवी कैमरा को सही कराया गया और लाइटो की भी संख्या बढ़ाई गई। आगे लड़कियों के डर को दूर करते हुए सुरक्षा के हर प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कॉलेज द्वारा उठाए गए कदमों के बाद 172 में से 40 से 50 छात्राएं वापस लौट आई जो अब खुद को सुरक्षित महसूस कर रहे है।
इसके साथ ही कॉलेज के प्रिंसिपल ने बताया कि घटना को लेकर बताया गया कि जिस दिन घटना हुई उसे दिन गार्ड नहीं थे और 187 में से सिर्फ छह ही छात्राएं हॉस्टल में बची थी। पूरी घटना सिर्फ उकसावे की वजह से हुई उस दिन छात्राएं किसी की बात सुनने को तैयार नहीं थी। छात्राओं के डर को खत्म करते गए सुरक्षा इंतजामों को दुरुस्त किया गया है जिसके बाद छात्राएं वापस हॉस्टल आने लगी है। अभी और कुछ छात्राएं त्यौहार के बाद वापस आ जाएंगे।
समय रहते कॉलेज प्रबंधन कार्रवाई करता तो नहीं बनता डर का माहौल
इसके साथ ही हॉस्टल में अपनी बहन को छोड़ने आए भाई ने बताया कि जिस दिन घटना हुई थी उसे दिन यहां पर काफी डर का माहौल था कई बार कॉलेज के प्रिंसिपल से हॉस्टल की सुरक्षा बढ़ाने व सामाजिक तत्वों के हॉस्टल में आने को लेकर शिकायत की गई थी। शिकायत की गई लेकिन उसके बाद भी उन्होंने कोई सुरक्षा को लेकर कम नहीं उठाया इसके बाद सभी छात्राएं अपने घर वापस चली गई हालांकि अब स्कूल प्रबंधन के द्वारा यहां पर सुरक्षा की व्यवस्था की गई है लेकिन अगर यह सुरक्षा व्यवस्था समय रहते की जाती तो इस प्रकार की घटना सामने नहीं आती। स्कूल प्रबंधन के द्वारा जहां अब सीसीटीवी कैमरे, तार फेंसिंग और झाड़ियां को कटवाने की बात की जा रही है लेकिन घटना के समय कॉलिज में 16 सीसीटीवी कैमरों में से सिर्फ दो कैमरे चल रहे थे। जिसके चलते डर का माहौल बना और अधिकांश छात्राएं अपने परिजनों को साथ वापस घर लौट गई थी।
सुरक्षा के डर से 172 छात्राओं ने छोड़ा था हॉस्टल
दरअसल बीते दिनों बादलपुर में स्थित कुमारी मायावती राजकीय महिला पॉलीटेक्निक कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं ने असामाजिक तत्वों के द्वारा रात में हॉस्टल में दाखिल होने और दरवाजे खटखटाना और कमरे में झांकने की शिकायत की थी। इसके साथ ही हॉस्टल में रहने वाली छात्रों ने डॉ वन को भी हॉस्टल के पास उड़ता हुआ देखा जिसके कारण लगातार छात्राओं में सुरक्षा को लेकर डर का माहौल बन गया। जिसके बाद हॉस्टल में रहने वाली 187 छात्राओं में से 172 छात्राएं वापस अपने घर लौट गई थी। इस खबर के बाद जहां विपक्ष ने कॉलेज में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए वही पुलिस व प्रशासन ने भी संज्ञान लेते हुए कॉलेज में सुरक्षा के इंतजामों का जायजा लिया। इसके बाद कॉलेज में सीसीटीवी कैमरे ठीक कराए गए, झाड़ियां कटवाई गई वही चारों तरफ दीवार की तार फेंसिंग की गई।