गोविंदा और सुनीता आहूजा की शादी को करीब चार दशक हो चुके है और इतने लंबे वक्त में उनका रिश्ता काफी उतार-चढ़ावों से गुजरा है। सुनीता और गोविंदा ने साल 1987 में शादी की थी, और उनकी लव स्टोरी किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है। सुनीता ने एक बार बेटे के जन्म का वाकया सुनाया था, जो फिल्मी भी था और इमोशनल भी। सुनीता ने खुलासा किया था कि गोविंदा को बेटा चाहिए था। इसलिए एक्टर की हालत देख सुनीता ने डॉक्टर से उन्हें बचाने के बजाय बच्चे को बचाने को कहा था। सुनीता ने बताया था कि कैसे उन्हें लेबर पेन में देखकर गोविंदा दहाड़ें मार-मारकर रो रहे थे।
सुनीता आहूजा ने ‘ईट ट्रैवल रिपीट’ यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में अपनी प्रेग्नेंसी और बेटे यशवर्धन के जन्म के बारे में बताया। शादी के एक साल बाद ही सुनीता और गोविंदा बेटी टीना आहूजा के पैरेंट्स बने थे और करीब एक दशक बाद बेटा यशवर्धन हुआ।
सुनीता आहूजा ने सुनाई लेबर रूम की आपबीती और गोविंदा का हाल
सुनीता आहूजा ने बेटे यशवर्धन के पैदा होने का वो वाकया बताया, ‘जब मैं बेटे यश को जन्म दे रही थी, तब मेरा वजन 100 किलो था। मेरा वजन बहुत बढ़ गया था। मुझे लगा कि मैं मर जाऊंगी। मुझे देखकर ची ची (गोविंदा) रोने लगा।’
गोविंदा को बेटा चाहिए था, डॉक्टर से कहा- बच्चे को बचा लो चाहे मैं मर जाऊं
सुनीता ने बताया कि उस वक्त डॉक्टर होने वाले बच्चे का जेंडर बता देते थे, तो वह जानती थीं कि बेटा है। वह बोलीं, ‘उन दिनों लिंग-जांच वाले टेस्ट लीगल थे। हमें पता था कि हमें बेटा होने वाला है। मैंने डॉक्टर से से कहा कि डॉक्टर, मेरे पति बेटा चाहते हैं। प्लीज बच्चे को बचा लीजिए, अगर इस दौरान मेरी मौत भी हो जाए तो कोई बात नहीं। यह सुनकर गोविंदा और भी ज्यादा रोने लगे। वह दहाड़ मार-मारकर रो रहे थे। वो हम सबके लिए बहुत फिल्मी पल था।’
गोविंदा और सुनीता के तलाक की खबरें तेज, यह बोले एक्टर के वकील
इस वक्त गोविंदा और सुनीता तलाक की खबरों को लेकर सुर्खियों में हैं। कुछ महीने पहले भी तलाक की खबरें आई थीं, जिनका उनके वकील ने खंडन किया था। अब दावा किया गया कि सुनीता ने गोविंदा पर अन्य महिलाओं संग संबंध होने और क्रूरता दिखाने का आरोप लगाते हुए फैमिली कोर्ट में तलाक की अर्जी दी है। गोविंदा के वकील ने ‘एनडीटीवी’ से बातचीत में इस पर कहा कि उनका तलाक नहीं हो रहा है। सब सैटल हो रहा है।