संचार नाउ, मथुरा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने जनपद मथुरा में हेरिटेज सिटी परियोजना को मूर्त रूप देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। मथुरा-वृंदावन क्षेत्र के पौराणिक और सांस्कृतिक महत्व को ध्यान में रखते हुए इस परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। परियोजना का उद्देश्य स्थानीय कला, संस्कृति और पर्यटन को बढ़ावा देना है।
दरअसल, यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरण को उम्मीद है कि इस परियोजना से क्षेत्र में पर्यटन को नई पहचान मिलेगी, स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे और मथुरा-वृंदावन की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाई जा सकेगी।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुण वीर सिंह ने बताया कि 751 एकड़ क्षेत्र में प्रस्तावित इस हेरिटेज सिटी में श्री बांके बिहारी मंदिर से यमुना एक्सप्रेसवे तक सीधी कनेक्टिविटी की योजना बनाई गई है। इसके तहत 12 हेक्टेयर क्षेत्र में पार्किंग, थीम बेस्ड हेरिटेज सेंटर, योगा वेलनेस सेंटर, कन्वेंशन सेंटर, होटल, हाट विकास (स्थानीय हस्तशिल्प और कलाओं के लिए) और टूरिस्ट रिटेल सेंटर जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
परियोजना को PPP मॉडल (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) पर विकसित किया जाएगा। प्राधिकरण द्वारा इस योजना के क्रियान्वयन के लिए कंसल्टेंट संस्था CBRE South Asia Pvt Ltd को जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिसने उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा सुझाए गए प्रारूपों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की है।
प्राधिकरण ने निर्देश दिए हैं कि हेरिटेज सिटी परियोजना के लिए भूमि चिह्नांकन और अधिग्रहण की कार्यवाही भी तेजी से शुरू की जाए। परियोजना के तहत निवेशक को भूमि के उपयोग का अधिकार मिलेगा और इसके एवज में वार्षिक प्रीमियम प्राधिकरण को देना होगा