हमीरपुर जिले में कुरारा थानाक्षेत्र के पतारा गांव में करीब छह दिन पूर्व अपराधी का तमंचा लहराते हुए वीडियो वायरल होने के मामले की जांच के लिए पहुंची पुलिस टीम पर झाड़ियों में छिपे छह बदमाशों ने फायरिंग कर दी। गोली लगने से पतारा चौकी इंचार्ज घायल हो गए। गोली उनके बाएं बाजू में फंसी है। पुलिस ने उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से कानपुर रेफर कर दिया है। वहीं गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। चार थानों की पुलिस कांबिंग में जुटी है।
पतारा गांव निवासी शंभू कुशवाहा का करीब छह दिन पहले तमंचा लहराते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था। मामले की जांच में कुरारा थाने के पतारा गांव स्थित चौकी इंचार्ज सुरेंद्र यादव (40) अपने तीन साथियों के साथ रविवार रात करीब 8 बजे दबिश देने गए थे। तभी झाड़ियों में छुपे छह बदमाशों ने पुलिस टीम पर गोलियां चला दीं। एक गोली चौकी इंचार्ज के बाएं बाजू में लगी।
इससे वह मौके पर गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद बदमाश मौके से भाग निकले। सूचना पर एएसपी मायाराम वर्मा, सीओ सदर राजेश कमल, सहित चार थानों की पुलिस ने गांव को घेर लिया। रात साढ़े 10 बजे तक पुलिस कांबिंग करने में जुटी है। एसपी डॉ. दीक्षा शर्मा का कहना है कि रविवार देर शाम सूचना मिली कि तमंचा लहराने वाला शंभू अपने गांव के पास ही छुपा है, जिसके बाद पतारा चौकी इंचार्ज अभिषेक, ओमकरन समेत तीन हमराहियों के साथ दबिश देने पहुंचे थे। यहां बदमाशों ने फायरिंग कर दी। फिलहाल वह खतरे से बाहर हैं। चिकित्सकों ने बेहतर उपचार के लिए कानपुर रेफर कर दिया गया है।
गांव के ही एक व्यक्ति ने की थी शिकायत
पतारा गांव निवासी केके कुशवाहा ने कुरारा थाने में शिकायत दी थी कि उससे व उसके साले के साथ गांव निवासी शंभू कुशवाहा ने मारपीट कर धमकाया है।
दबंगई के लिए संवेदनशील गांवों में गिना जाता है पतारा
जिले का पतारा गांव दबंगई को लेकर अक्सर चर्चा में रहता है। गांव का तीन दशक का इतिहास देखा जाए तो कई बार पुलिस पार्टी पर दबंगों द्वारा जानलेवा हमले किए गए हैं। वहीं वर्चस्व को लेकर आपसी रंजिश में गोलीबारी की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं।
हड्डी के अंदर फंसी है बुलेट
सीएमएस डॉ, विनय प्रकाश का कहना है कि दरोगा सुरेंद्र यादव के बाएं बाजू में हड्डी के अंदर के बुलेट फंसी है। यह एक्सरे में दिख रही है। इलाज किया जा रहा है।