गोरखपुर पुलिस ऐक्शन में है। नियम के खिलाफ से प्राइवेट वाहन पर हूटर और स्टीकर लगाकर चल रहे डुमरियागंज के एसडीएम की गाड़ी को कैंट पुलिस ने गुरुवार को सीज कर दिया। चेकिंग के दौरान पुलिस ने जब गाड़ी रोकी तब ड्राइवर ने पुलिस को बताया कि एसडीएम की गाड़ी है, लेकिन नियम विरुद्ध होने का हवाला देते हुए कैंट थाने की पुलिस ने कार्रवाई की। एसडीएम डॉ. संजीव कुमार दीक्षित गोरखपुर में तहसीलदार भी रह चुके हैं।
एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने गलत तरीके से हूटर लगाने, फर्जी पास लगाकर चलने और गाड़ी के डैश बोर्ड पर पुलिस का पीकैप रखकर चलने वाले वाहनों पर लगातार कार्रवाई कर रही है। इस मामले में लगातार कार्रवाई चल रही है। फर्जी पास के मामले पूर्व में एक पूर्व मंत्री के बेटे पर इस मामले में कैंट थाने में केस भी दर्ज किया गया था। वहीं फर्जी दरोगा भी इसी तरह की चेकिंग के दौरान पकड़ा गया था।
गुरुवार को एसपी सिटी कृष्ण कुमार बिश्नोई रेलवे जीएम ऑफिस के पास से जा रहे थे। इस दौरान उनकी नजर एक प्राइवेट कार पर पड़ी, जिस पर हूटर लगा हुआ था। उन्होंने तत्काल वाहन को रोकवा लिया और कैंट पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने पूछताछ की तो चालक ने बताया कि यह वाहन डुमरियागंज के एसडीएम की है, जो पहले गोरखपुर सदर तहसीलदार भी रह चुके हैं।
पुलिस ने वाहन को नियमानुसार न चलने पर सीज कर दिया है। हालांकि, पुलिस की कार्रवाई होने के बाद एसडीएम ने संपर्क भी किया था लेकिन तब तक कार्रवाई हो चुकी थी।