ग्रेटर नोएडा के बीटा 2 थाना क्षेत्र में स्थित साइट-4 की एक सोफा बनाने वाली फैक्ट्री में मंगलवार की सुबह भीषण आग लगने से 3 कर्मचारियों की मौत हो गई. यह हादसा फैक्ट्री नंबर 4-जी में उस समय हुआ, जब कर्मचारी सो रहे थे. आग लगते ही चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल हो गया. चीख-पुकार मच गई. लोग भागते दिखे. हालांकि, जान बचाने की लाख कोशिशों के बावजूद तीन लोगों की जिंदा जलने से मौत हो गई.
मृतकों की पहचान 23 वर्षीय गुलफाम (निवासी मथुरा), 29 वर्षीय मजहर आलम (निवासी कटिहार, बिहार) और 24 वर्षीय दिलशाद (निवासी अररिया, बिहार) के रूप में हुई है. आग कैसे लगी, इसके पीछे की वजह क्या है, इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है. पुलिस भी आग लगने के कारणों का पता लगाने में जुटी है.
हादसे में तीन की गई जान
फैक्ट्री में आग लगने के बाद तत्काल पुलिस को सूचना दी गई. इसके बाद आग लगने की सूचना पाकर स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची. दमकल कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. हालांकि, तब तक काफी नुकसान हो चुका था. तीन लोगों की जान जा चुकी थी.
क्या बोले ग्रेटर नोएडा के एडिश्नल डीसीपी?
ग्रेटर नोएडा के एडिश्नल डीसीपी अशोक कुमार ने बताया, बीटा-2 थाना क्षेत्र के तहत आने वाले साइट-4 की फैक्ट्री नंबर 4-जी में आग लगने की सूचना मिली थी. इसके बाद स्थानीय पुलिस और फायर ब्रिगेड ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया. सर्च ऑपरेशन के दौरान फैक्ट्री में 3 व्यक्तियों के शव मिले. शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है. आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है. पुलिस के मुताबिक मामले की गहराई से जांच की जा रही है. मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है और फैक्ट्री प्रबंधन से भी पूछताछ की जा रही है. इस हादसे ने औद्योगिक क्षेत्रों में सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. फैक्ट्री में आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम थे या नहीं, यह भी जांच का विषय है.