बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा से एक वीडियो सोशल मीडिया पर खासा वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि बांदा सदर के विधायक प्रकाश द्विवेदी बबेरू एसडीएम को लपेटते दिख रहे हैं। एमएलए फोन पर ही एसडीएम से कहते दिखते हैं कि मनमानी करोगे तो आकर तुम्हें ठीक कर देंगे। अब इस मामले पर बहस तेज हो गई। दरअसल, पूरा मामला दिव्यांग बीजेपी कार्यकर्ता के घर पर बुलडोजर चलाने का है। दावा किया जा रहा है कि जिला पंचायत अध्यक्ष के दबाव में बुलडोजर एक्शन हुआ है। अब इस मामले में विधायक के सामने आने से विवाद गहरा गया है। प्रदेश में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के बीच विवाद का यह ताजा मामला खूब तूल पकड़ रहा है। इससे पहले जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील सिंह पटेल ने विधायक प्रकाशचंद्र द्विवेदी और उनकी पत्नी सरिता द्विवेदी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद से विवाद गहराया हुआ है।
क्या है पूरा मामला?
बांदा में विकलांग भाजपा कार्यकर्ता का घर एसडीएम ने 4 जेसीबी से गिरवा दिया। कार्यकर्ता के घर पर बिना नोटिस यह एक्शन हो गया। सत्ताधारी नेताओं के दबाव में बुलडोजर कार्रवाई का बड़ा मामला सामने आया। इस मामले में पीड़ित सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी के पास पहुंचा। बांदा जिले के बबेरू के राजेंद्र पांडेय दृष्टिबाधित दिव्यांग हैं। उन्होंने विधायक को बताया कि एसडीएम रजत वर्मा ने चार-चार जेसीबी लगाकर उनके घर को अचानक गिरा दिया।
राजेंद्र पांडेय ने कहा कि मकान गिराए जाने से पहले कोई नोटिस भी नहीं दी गई। बिना किसी कानूनी सूचना के उनके घर पर बुलडोजर एक्शन हो गया। आरोप है कि बीजेपी नेता और जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल की शह पर यह कार्रवाई हुई है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इनकी नजर हमारी जमीन पर है। इसके बाद विधायक का गुस्सा सामने आया है।
विधायक ने क्या कहा?
विधायक प्रकाश द्विवेदी ने मामले में बबेरू एसडीएम को कॉल किया। उन्होंने मामले में पीड़ित का पक्ष रखा। इसके बाद खुलेआम धमकी भी दे डाली। सदर विधायक के फोन कॉल के वायरल हो रहे वीडियो में मनमानी करने पर ठीक कर देने की धमकी देते दिख रहे हैं। वीडियो में विधायक कहते सुनाई देते हैं कि मैं गलत आरोप नहीं लग रहा, मैं बिल्कुल सही कह रहा हूं। हम एक बार आग्रह करेंगे, अनुरोध करेंगे। इसके बाद भी अगर आप मनमानी करेंगे तो हम आकर के ठीक कर देंगे।
विधायक ने कहा कि कामकाज ठीक करो, वरना नौकरी करना सिखा देंगे। आप सरकार की मंशा से अनुरूप काम करिए। आपसे पहले भी यहां अधिकारी रहे हैं, मनमानी किसी ने नहीं की। नियम-कानून के अनुसार काम करिए। लेकिन, मनमानी नहीं चलेगी। जिसकी शह पर आपने एक्शन लिया है, सब नपेंगे। विधायक के फोन कॉल का करीब साढ़े तीन मिनट लंबा वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
बिना नोटिस एक्शन पर सवाल
विधायक ने बिना नोटिस दिए दिव्यांग के घर पर बुलडोजर चलाने पर भी कड़े सवाल किए। उन्होंने कहा कि कागज चेक करने के बाद कार्रवाई करनी चाहिए थी। अगर जमीन सहकारिता को देनी थी तो आप कागज चेक करोगे या नहीं। अगर सहकारिता कहेगी कुआं में कूद जाओ तो आप कूद जाओगे। कागज-पत्तर भी चेक नहीं करोगे। कागज हमारे पास है। उन्होंने सवाल किया कि बुलडोजर चलाने से पहले आप नोटिस देंगे कि नहीं देंगे? बिना नोटिस रातोंरात आपने घर गिरा दिया। घर गिराने से पहले सरकार की मंशा के अनुरूप उनका विस्थापन सुनिश्चित कराया?
एमएलए ने कहा कि अगर जमीन सहकारिता को देना है तो आप वहां क्यों चले गए? वहां सहकारिता के नियम कानून को अपने पालन किया या नहीं। यह तो आपको देखना है। आपने सीधे बुलडोजर उठाया और जाकर घर तोड़ दिया। यह तो जमीन पर कब्जा करने का प्लान था। अब मैं इस मामले को देखता हूं। एमएलए ने कहा कि मैं फिर से कह रहा हूं कार्य पद्धति में बदलाव लाइए।
विधायक ने कहा कि आपसे अधिक नियम कानून का ज्ञाता हूं। मैं मेरिट पर डिस्कशन कर रहा हूं, जहां गलत हो बता दें। आगे वे कहते हैं कि गोरखपुर कमिश्नर ने आपके खिलाफ जो लिखा है, वह सब मैं जानता हूं। अगर कहो तो आकर बता दूं। सरकार ने हमारे यहां सारा कूड़ा-करकट भेज दिया है। अब मैं इस मामले पर बैठूंगा। मीडिया से बात करते हुए विधायक ने कहा कि दिव्यांग ने हमसे शिकायत की थी।