उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में दहेज की मांग को लेकर एक महिला को छत से फेंकने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. उरई कोतवाली क्षेत्र के तिलक नगर में रहने वाले पति आरिफ ने अपने परिजनों के साथ मिलकर पत्नी आमना (45) के साथ बर्बरता की सारी हदें पार कर दीं. पहले महिला को बेरहमी से पीटा गया, फिर जब वह जान बचाकर छत पर भागी तो पति ने वहां भी उसे पीटा और छत से नीचे धक्का दे दिया.
ये पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है. वीडियो में महिला को छत से गिरते हुए साफ देखा जा सकता है, वह नीचे खड़ी बाइक पर मुंह के बल गिरती है. उसकी हालत गंभीर बनी हुई है. 10 साल का बेटा अफ़्फान इस पूरे दृश्य का गवाह बना और मां को तड़पते देख तुरंत पास ही रहने वाली मौसी के पास भागा. जिन्होंने परिजनों को बुलाकर महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया. हालत बिगड़ने पर उसे मेडिकल कॉलेज उरई रेफर किया गया.
दहेज की मांग, प्रताड़ना और हत्या की कोशिश
पीड़िता के पिता कमर सिद्दीकी ने उरई कोतवाली में आरोपी पति आरिफ और उसके परिजनों के खिलाफ तहरीर दी है. उन्होंने बताया कि उनकी बेटी आमना की शादी 4 साल पहले तिलक नगर निवासी आरिफ रहमतुल्ला (39) से की गई थी. यह आमना की तीसरी शादी थी. पहले दो पतियों की मौत बीमारी के कारण हो चुकी थी. आमना के पहले से तीन बेटे हैं, जिनकी जिम्मेदारी निकाह के समय आरिफ ने ली थी. लेकिन, शादी के कुछ समय बाद उसने दो बेटों को घर से निकाल दिया और आमना को लगातार प्रताड़ित करने लगा.
कमर सिद्दीकी के मुताबिक आरिफ लगातार 10 लाख रुपये की मांग कर रहा था और कहता था कि जब तक पैसे नहीं लाओगी, तब तक यहां नहीं रहने दूंगा. कई बार समझाने के बाद भी वह नहीं माना और आखिरकार उनकी बेटी की जान लेने की कोशिश की.
महिला ने बताई दर्दनाक आपबीती
मेडिकल कॉलेज में भर्ती आमना ने पुलिस को बताया कि 19 जून की शाम को उसका पति आरिफ, देवर इमरान, ननद शहनाज, सौतेली बेटी निदा और ससुर रहमतउल्ला ने मिलकर पहले उसे कमरे में बंद कर बुरी तरह पीटा. फिर जब वह जान बचाकर छत की ओर भागी तो वहां भी पीछा किया गया और उसे छत से नीचे फेंक दिया गया. वीडियो में देखा जा सकता है कि आमना जान बचाकर भागती है, कमरे के बाहर शहनाज और निदा उसका रास्ता रोकती हैं. किसी तरह वह छत पर पहुंचती है लेकिन वहां भी आरिफ पहुंचकर उसे पीटता है और फिर नीचे धकेल देता है. दूसरा वीडियो भी सामने आया है, जिसमें महिला को ससुराल वाले पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं.
बेटा बोला अम्मी को मारने की थी साजिश
10 साल के अफ़्फान ने पुलिस को बताया कि इस वारदात से कुछ देर पहले गैस सिलेंडर का वाल्व खुला हुआ था. घर में घुटन जैसा माहौल बन रहा था. तभी उनकी छोटी बहन नीचे गई, तो पीछे से दरवाजा बंद कर दिया गया. इसके बाद अम्मी को छत से धक्का दे दिया गया. अफ़्फान ने बताया कि उसके अब्बू आरिफ, सौतेली बहनें निदा, अमरीन और सुमैया, दादा-दादी और बुआ शहनाज इस पूरे षड्यंत्र में शामिल थे.
पहले भी होती थी मारपीट
अफ़्फान के अनुसार पिछले चार सालों से उसकी मां के साथ मारपीट और मानसिक प्रताड़ना की जा रही थी. अक्सर दादा-दादी, सौतेली बहनें और बुआ मिलकर मां को तंग करते थे. घर में फ्रिज तक बाहर करवा दिया जाता था. पीने का पानी नहीं दिया जाता था. छोटी-छोटी बातों पर मां की पिटाई होती थी.
पीड़िता का पारिवारिक इतिहास
आमना की पहली शादी 2003 में जालौन निवासी बबलू से हुई थी, जिससे उसे एक बेटी आफरीन हुई. बबलू की बीमारी से मौत के बाद आमना ने दूसरी शादी इटावा के भरथना निवासी हसीन से की जिनकी कोरोना काल में मृत्यु हो गई. हसीन से आमना के तीन बेटे अयान (14), अदनान (12) और अफ़्फान (10) हैं. इसके बाद 2021 में उसने तीसरी शादी आरिफ से की. आरिफ की पहली पत्नी की भी बीमारी से मौत हुई थी और उससे उसके चार बच्चे हैं. तीन बेटियां और एक बेटा. बड़ी बेटी निदा शादीशुदा है लेकिन ससुराल छोड़ मायके में रह रही है.
आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही उरई पुलिस सक्रिय हुई. सीओ उरई अर्चना सिंह ने बताया कि पीड़िता के पिता की तहरीर पर पति आरिफ समेत चार लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. पति आरिफ को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है. पुलिस का कहना है कि वीडियो साक्ष्य के आधार पर सभी दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. यह घटना न केवल मानवता को शर्मसार करती है बल्कि महिला सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े करती है. मामला फिलहाल चर्चा में है और पीड़िता की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है.