संचार नाउ। भारत जेनरेटिव एआई के भविष्य में कदम रखता है: यशोदा हॉस्पिटल और भूटानी इन्फ्रा ने एआई सक्षम कैंपस के लिए हाथ मिलाए। (एक ही परिसर में अस्पताल, रिटेल, ऑफिस और होटल की सुविधा) भारत में तकनीकी नवाचार की दिशा में एक नया मील का पत्थर स्थापित करते हुए, यशोदा हॉस्पिटल और भूटानी इन्फ्रा ने एक अत्याधुनिक जेनरेटिव एआई (जेनाई) संचालित कैंपस विकसित करने के लिए साझेदारी की घोषणा की है। यह परियोजना स्वास्थ्य सेवा, व्यापार, आतिथ्य और अवसंरचना के क्षेत्र में एआई के एकीकरण को नया आयाम देगी।
भूटानी ग्रुप की तरफ से जानकारी देते हुए बताया गया कि यह केवल रियल एस्टेट नहीं होगा बल्कि यह भविष्य के लिए तैयार किया गया एक संवेदनशील वातावरण होगा। भूटानी इंफ्रा के सीईओ, आशीष भूटानी ने कहा की हम भौतिक बुनियादी ढांचे से आगे बढ़कर ऐसे बुद्धिमान पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण कर रहे हैं जो वास्तविक समय में लोगों की आवश्यकताओं का उत्तर देते हैं-ऐसी जगहें जो व्यक्तिगत अनुभव सीखती हैं, और हर दिन बेहतर जीवन में योगदान करती हैं।
भौतिक विकास से कहीं बढ़कर, यह कैंपस एक स्व-संवर्धित (सेल्फ-ऑप्टिमाइजिंग) डिजिटल जीव (डिजिटल आर्गेनाइज्म) के रूप में कार्य करेगा। (एआई) आधारित स्वास्थ्य प्रशिक्षण सेवाएं, बुद्धिमान कार्यक्षेत्र आवंटन, मूड-आधारित परिवेश नियंत्रण, और निर्बाध सेवा स्वचालन प्रदान करेगी। सोहो उपयोगकर्ताओं और कार्यालय पेशेवरों को ऐसे स्मार्ट वातावरण का लाभ मिलेगा, जो उपयोग के पैटर्न के आधार पर स्वतः समायोजित होगा। जबकि निवासियों को एआई-सक्षम सुविधाओं का लाभ मिलेगा, जैसे कि अनुकूलनीय जलवायु नियंत्रण, निवारक स्वास्थ्य अलर्ट और वेलनेस सेवाएं।
यशोदा ग्रुप की ओर से जानकारी में बताया गया कि भविष्य की स्वास्थ्य सेवा लक्षणों का इंतजार नहीं करेगी यह पहले ही पूर्वानुमान लगाएगी, रोकथाम करेगी और प्रतिक्रिया देगी। इससे पहले कि आपको ज़रूरत का एहसास हो यशोदा ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के चेयरमैन डॉ. पी. एन. अरोड़ा ने कहा की यह कैंपस उस दृष्टिकोण को साकार करेगा जहाँ एआई-आधारित देखभाल को दैनिक जीवन की धारा में इस तरह से समाहित किया जाएगा कि तकनीक और कल्याण वास्तव में एक-दूसरे से अटूट रूप से जुड़ी होंगी।
पूरे परिसर में एआई-सक्षम सिस्टम स्मार्ट थर्मल स्कैन, पहनने योग्य उपकरणों के एकीकरण और टचलेस वेलनेस कियोस्क के माध्यम से आगंतुकों के स्वास्थ्य की निगरानी करेंगे। वास्तविक समय डेटा प्रारंभिक लक्षणों का पता लगाने, भीड़ के स्वास्थ्य प्रबंधन, और यशोदा की जुड़ी हुई चिकित्सा सेवाओं के जरिए त्वरित देखभाल प्रदान करने में सहायता करेगा। यह एक सक्रिय, परिवेशी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली होगी जो निर्बाध रूप से दैनिक जीवन में समाहित होगी।