नई दिल्लीः जमैका के प्रधानमंत्री होलनेस भारत यात्रा पर हैं। पीएम मोदी ने मंगलवार को होलनेस और उनके देश से आए प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। इस दौरान जमैका के प्रधानमंत्री एंड्रयू होलनेस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में भारत और जमैका के बीच समझौता ज्ञापन का भी आदान-प्रदान किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि जमैका भारत का लंबे समय से मित्र रहा है। प्रधानमंत्री होलनेस से कई बार मिलने का अवसर मिला है और हर बार मैंने भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए उनकी प्रतिबद्धता को महसूस किया है। मुझे विश्वास है कि उनकी यात्रा हमारे द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ पूरे कैरेबियाई क्षेत्र के साथ हमारे जुड़ाव को नई ऊर्जा देगी।
पीएम मोदी ने किया 4 सी का जिक्र
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और जमैका के संबंध हमारे साझा इतिहास, साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और लोगों के बीच मजबूत संबंधों पर आधारित हैं। चार सी (संस्कृति, क्रिकेट, राष्ट्रमंडल और कैरीकॉम कैरेबियन समुदाय) हमारे संबंधों की विशेषता हैं। भारत और जमैका के बीच व्यापार और निवेश बढ़ रहा है। भारत हमेशा जमैका की विकास यात्रा में एक विश्वसनीय और प्रतिबद्ध विकास भागीदार रहा है।
दिल्ली में जमैका उच्चायोग के सामने की सड़क का नाम ‘जमैका मार्ग’ रखा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमने दिल्ली में जमैका उच्चायोग के सामने की सड़क का नाम ‘जमैका मार्ग’ रखने का फैसला किया है। भारत और जमैका भले ही विशाल महासागरों से अलग हैं, लेकिन हमारे लोग, हमारी संस्कृति और हमारी इतिहास एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है। लगभग 180 साल पहले भारत से जमैका गए लोगों ने हमारे ‘पीपल टू पीपुल’ संबंधों की मजबूत नींव रखी, जमैका को अपना घर मानने वाले भारतीय मूल के लगभग 70,000 लोग इसका जीवंत उदाहरण हैं ।
जमैका के प्रधानमंत्री ने की भारत की तारीफ
वहीं, जमैका के प्रधानमंत्री एंड्रयू होलनेस ने कहा कि जमैका हमारी स्वतंत्रता के बाद से भारत के साथ मजबूत भाईचारे के संबंधों को महत्व देता है। लगभग दो शताब्दियों से भारतीयों ने जमैका में अपनी पहचान बनाई है। स्वास्थ्य, शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी और व्यापार सहित विभिन्न क्षेत्रों में हमारे देश के विकास में योगदान दिया है। हम 1845 में पहले भारतीयों के आगमन की याद में हर साल 10 मई को भारतीय विरासत दिवस मनाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बहुत ही उपयोगी बातचीत के बाद मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि आज जमैका-भारत द्विपक्षीय संबंधों में एक नए चरण की शुरुआत हुई है। हमारी चर्चाओं में स्वास्थ्य, कृषि, डिजिटल बदलाव, फिल्म, शिक्षा, खेल, पर्यटन और कई अन्य विषयों सहित आपसी हित के कई मुद्दें शामिल रहे।
जमैका के प्रधानमंत्री ने कहा कि हम एसटीईएम शिक्षा और डिजिटलीकरण के क्षेत्र में भारत से सीखने के लिए उत्सुक हैं। हम प्रौद्योगिकी-संचालित सुरक्षा समाधानों में वैश्विक नेता भारत को एक स्वाभाविक सहयोगी के रूप में देखते हैं। दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के रूप में, ऊर्जा सुरक्षा भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। इसलिए मुझे भारत सरकार द्वारा संचालित वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन में शामिल होने के जमैका के इरादे की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है।