ग्रेटर नोएडा (संचार नाउ)। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) अपने औद्योगिक विस्तार को तेजी से आगे बढ़ा रहा है। इसी कड़ी में पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड के प्रबंधक आचार्य बालकृष्ण मंगलवार को ग्रेटर नोएडा पहुंचे जहां पर उन्होंने यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह से मुलाकात की। इस दौरान यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क की आगामी योजनाओं पर चर्चा हुई। इस प्रमुख परियोजना में बड़ी पैमाने पर निवेश और रोजगार के अवसर विकसित किए जाएंगे। इस पार्क में एक अत्याधुनिक डेरी प्लांट और औद्योगिक प्रमोशन हब स्थापित किया जाएगा। जिससे स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
दरअसल, आर्थिक विकास और रोजगार के अवसर को बढ़ावा देने के लिए यमुना प्राधिकरण लगातार प्रयास कर रहा है। पतंजलि आयुर्वेद के द्वारा यमुना प्राधिकरण के सेक्टर 24 ए में पतंजलि के प्रबंधक निदेशक आचार्य बालकृष्ण पहुँचे जहा उन्होंने बताया कि यह औद्योगिक पार्क 1600 करोड रुपए के निवेश से विकसित किया जाएगा। जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को नया आयाम मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया अभियान और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इन्वेस्ट यूपी मिशन के अनुरूप है। पूरी तरह से कार्यशील होने पर पतंजलि फूड एंड हर्बल पार्क से 3000 से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होने की उम्मीद है। जिससे क्षेत्र के लोगों को बड़ा लाभ मिलेगा।
पतंजलि ग्रुप पहले से ही एक औद्योगिक पार्क विकसित कर रहा है जहां छोटे और मध्यम आकार के उद्योगों को सब लीज के माध्यम से औद्योगिक स्पेस उपलब्ध कराया गया है। आगामी फूड एंड हर्बल पार्क इस पहल को और मजबूती देगा जिससे एफएमसीजी, आयुर्वेद, डेयरी और हर्बल उद्योगों को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा और स्थानीय स्तर पर औद्योगिक आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहन मिलेगा।
इस दौरान यीडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने यीडा में हो रहे औद्योगिक विकास को लेकर अपनी सकारात्मक सोच और प्रतिबद्धता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक परियोजनाओं को समर्थन देना, बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देना यीडा की प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र के विकास को संतुलित और समावेशी रूप से आगे बढ़ाने के लिए सभी परियोजनाओं की कड़ी निगरानी की जा रही है। जिससे स्थानीय व्यापारियों और उद्योगों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
यीडा के औद्योगिक विकास को मिलेगा नया आयाम
बुनियादी ढांचा, रोजगार सृजन और आर्थिक विकास पर केंद्रित यह परियोजना उत्तर भारत के प्रमुख औद्योगिक केंद्र के रूप में यीडा की स्थिति को और मजबूत करेगी। इस पहल से नए निवेश आकर्षित होंगे, स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा और उत्तर प्रदेश की औद्योगिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान होगा। इस दौरान एक साझा दृष्टिकोण सामने आया जिसमें यीडा को एक उच्च विकास औद्योगिक कॉरिडोर में बदलने, विश्व स्तरीय औद्योगिक सुविधाएं विकसित करने और व्यापार जगत को अपार संभावनाएं प्रदान करने की परिकल्पना की गई। यह क्षेत्र मैन्युफैक्चरिंग और औद्योगिक कंपनियों के लिए पसंदीदा गंतव्य बनाने की ओर अग्रसर है। जिससे आत्मनिर्भरता और समृद्ध भविष्य की नींव रखी जाएगी।