संभल में सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य सिंह की अदालत ने मंगलवार को एक बड़ा आदे दिया. सिविल जज आदित्य सिंह ने शहर में स्थित शाही जामा मस्जिद का कमिश्नर सर्वे कराने का आदेश दिया. कोर्ट के आदेश के बाद देर शाम सर्वे टीम मस्जिद पहुंच गई. सर्वे टीम में एडवोकेट कमिश्नर रमेश सिंह राघव के साथ डीएम राजेंद्र पेसिया, एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन सहित अन्य लोग मौजूद थे. मस्जिद के चारों तरफ भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है. किसी को भी आसपास भटकने नहीं दिया जा रहा है.
संभल में सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य सिंह ने शाही जामा मस्जिद का कमिश्नर सर्वे कराने का आदेश दिया. यह आदेश कैलादेवी मंदिर के महंत ऋषिराज गिरि महाराज की याचिका पर दिया गया. महंत ऋषिराज गिरि महाराज की तरफ से सुप्रीम कोर्ट के वकील विष्णु शंकर जैन कोर्ट में पेश हुए. विष्णु शंकर जैन ने दावा किया कि शाही जामा मस्जिद श्री हरिहर मंदिर है. यहीं पर भगवान विष्णु के दशावतार कल्कि का अवतार होना है.
शाही जामा मस्जिद को श्री हरिहर मंदिर बताया
बता दें कि शाही जामा मस्जिद को श्रीहरिहर मंदिर बताने को लेकर पहली बार कोई याचिका दाखिल की गई थी. याचिक पर सुनवाई करते हुए पहले ही दिन मस्जिद का सर्वे कराने का आदेश दे दिया गया. सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य सिंह की अदालत ने कहा कि सर्वे से न्याय करना आसान होगा. कोर्ट के आदेश पर वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि सिविल कोर्ट से कमिश्नर सर्वे का आदेश हो गया है. वीडियो-फोटो के साथ रिपोर्ट दाखिल करने का आदेश दिया गया है.
रमेश सिंह राघव को एडवोकेट कमिश्नर बनाया गया
सिविल जज सीनियर डिवीजन आदित्य सिंह की कोर्ट की तरफ से रमेश सिंह राघव को एडवोकेट कमिश्नर बनाया गया. सिविल जज आदित्य सिंह की कोर्ट ने यह आदेश मंगलवार दोपहर साढ़े तीन बजे दिया और शाम करीब छह बजे एडवोकेट कमिश्नर रमेश सिंह राघव के नेतृत्व में सर्वे टीम मस्जिद में सर्वे करने पहुंच गई. यानि कोर्ट के आदेश आने के ढाई घंटे के अंदर ही सर्वे का काम शुरू हो गया. टीम करीब दो घंटे तक मस्जिद के अंदर रही. इस दौरान डीएम राजेंद्र पेसिया, एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन सहित अन्य लोग मौजूद थे.
याचिकाकर्ता महंत को मस्जिद में नहीं मिली एंट्री
वहीं, जिला प्रशासन की तरफ से पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई थी, जो सर्वे टीम के साथ थी. मुस्लिम पक्ष की तरफ से अदालत में कोई नहीं था. सर्वे का परवाना उन्हें रिसीव कराया गया. वकील विष्णु शंकर भी मस्जिद के भीतर सर्वे टीम के साथ गए थे, जबकि याचिकाकर्ता महंत ऋषिराज गिरि को मस्जिद में एंट्री नहीं मिली है. वे बाहर ही खड़े रहे. मस्जिद के आसपास दो सर्किल संभल और असमौली के सीओ तैनात किए गए थे.
सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने खड़े किए सवाल
शाही जामा मस्जिद सदर कोतवाली क्षेत्र के कोट पूर्वी में स्थित है. जैसे ही जामा मस्जिद में सर्वे कराने की बात पता चली, वहां पर हलचल मच गई. मुस्लिम समाज के लोग मस्जिद के पास पहुंच गए, लेकिन इस दौरान भारी संख्या में पुलिस फोर्स लगाई गई थी. लोगों को वहां से हटा दिया गया. संभल के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने कहा कि हम अदालत के फैसले का सम्मान करते हैं. हजारों की संख्या में लोग जामा मस्जिद के पास इकट्ठा होना चाहते थे, लेकिन हमने उन्हें मना किया. कम से कम सात दिन का नोटिस मिलना चाहिए था. आज ही सुनाई हुई और आज ही सर्वे का आदेश दे दिया गया.
सर्वे टीम का पूरा सहयोग किया गया- जामा मस्जिद के मुतवल्ली
वहीं शाही जामा मस्जिद के मुतवल्ली एडवोकेट जफर ने कहा कि जमा मस्जिद का सर्वे किया गया है. करीब दो घंटे तक सर्वे किया गया. हमने सर्वे टीम का पूरा सहयोग किया. हमें उम्मीद है कि यह हमारी जमा मस्जिद है. वहीं डीएम राजेंद्र पेसिया ने कहा कि जिस तरह से कोर्ट का आदेश आया, उसको देखते हुए शहर में पुलिस बल को तैनात किया गया गया, जिससे कानून-व्यवस्था न बिगड़े.