नई दिल्ली. दुनियाभर में फ्रेंचाइजी क्रिकेट ने एक अलग पहचान बना ली है. टीमें धुआंधार बैटर्स को मोटी रकम में खरीदकर अपने खेमें में शामिल करती हैं. लेकिन फ्रेंचाइजी क्रिकेट देश और खिलाड़ियों के बीच दीवार बनकर खड़ा हो गया है. हालांकि, प्लेयर्स इससे पहले अपने देश को पहले चुनते हैं. लेकिन इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज जेसन रॉय (Jason Roy) के विचार इसके विपरीत दिखाई दे रहे थे. वह अपने एक बड़े फैसले के चलते क्रिकेट जगत में एक बड़ा मुद्दा बन चुके हैं. लेकिन स्टार बैटर ने अब इस चर्चा पर फुलस्टॉप लगा दिया है.
दरअसल, अमेरिका में होने वाली मेजर प्रीमियर लीग के लिए जेसन रॉय को लॉस एंजल्स नाइटराइडर्स की तरफ से 2 साल के लिए 30,000 पाउंड (30 करोड़ रुपये) के कॉन्ट्रैक्ट का ऑफर मिला. जिसके बाद वर्ल्ड कप से पहले ही उनके सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर जाने के लिए विचार कर रहे थे. लेकिन अब उन्होंने इस चर्चा को खत्म कर दिया है. ट्विटर पर एक लंबी चौड़ी पोस्ट के जरिए जेसन रॉय ने साफ किया कि वह लीग क्रिकेट के बजाय अपने देश को तरजीह देंगे. हालांकि, वह नाइटराइडर्स के लिए खेलते भी नजर आ सकते हैं क्योंकि मेजर क्रिकेट लीग 13 से 30 जुलाई तक चलेगी और इस बीच इंग्लैंड का शेड्यूल उससे नहीं टकराएगा.
मैं इंग्लैंड से कभी नहीं जाउंगा- जेसन रॉय
जेसन रॉय ने ट्विटर पर एक पोस्ट में लिखा, ‘पिछले 24 घंटों में कुछ अवांछित अटकलों के बाद, मैं स्पष्ट करना चाहता था कि मैं इंग्लैंड से नहीं जा रहा हूं और न ही कभी जाऊंगा. एक पेशेवर क्रिकेटर के रूप में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सबसे गर्व की बात है. उम्मीद करता हूं कि मैं इंग्लैंड के लिए और कई साल खेलूंगा, यही मेरी प्राथमिकता है. मैंने मेजर लीग क्रिकेट में भाग लेने के बारे में ईसीबी के साथ स्पष्ट और सहायक बातचीत की है. ईसीबी मेरे प्रतियोगिता में खेलने से खुश था, जब तक कि उन्हें अनुबंध के शेष वर्ष के लिए मुझे भुगतान नहीं करना पड़ा.’
उन्होंने कहा, ‘बिना किसी केंद्रीय अनुबंध के चलते मैं इस प्रतियोगिता में हिस्सेदार बनना चाहता था. क्योंकि वर्तमान में इंग्लैंड के साथ कोई शेड्यूलिंग संघर्ष नहीं है. इंग्लैंड के खिलाड़ी के रूप में जितना संभव हो उतना प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलने से मुझे लाभ होता है. स्पष्ट रूप से मेरी प्राथमिकता इंग्लैंड क्रिकेट है, विशेष रूप से हम वर्ल्ड कप के करीब हैं. यह मेरे लिए ही नहीं बल्कि किसी भी खिलाड़ी के लिए अपने देश की कैप प्राप्त करना सबसे बड़ा सम्मान है.’