ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र स्थित शारदा यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में शुक्रवार रात दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा ज्योति शर्मा ने आत्महत्या कर ली. वह हरियाणा के गुरुग्राम जिले के लोक विहार, फेज-3 की रहने वाली थी. ज्योति ने अपने कमरे में पंखे से लटककर जान दे दी. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
परिजनों का आरोप: प्रोफेसर कर रहे थे मानसिक प्रताड़ना
मृतका के परिजनों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि ज्योति को यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर और महिला टीचर द्वारा लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था. ज्योति इसको लेकर कई बार परिजनों से बात कर चुकी थी और कहती थी कि उसे क्लास में नीचा दिखाया जाता है, अपमानित किया जाता है. उन्होंने दावा किया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन ने छात्रा की शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया, जिससे निराश होकर उसने आत्मघाती कदम उठा लिया.
सुसाइड नोट में लिखा– ‘महिंदर सर और शायरा मैम मेरी मौत के जिम्मेदार’
ज्योति के कमरे से बरामद सुसाइड नोट ने पूरे मामले को और संवेदनशील बना दिया है. उसने लिखा, “अगर मैं मर जाऊं तो पीसीपी और डेंटल मैटीरियल के टीचर ही दोषी होंगे. महिंदर सर और शायरा मैम मेरी मौत की जिम्मेदार होंगी. उन्होंने मुझे मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया. मैं चाहती हूं कि वो सलाखों के पीछे जाएं. ”उसने आगे लिखा, “मैं इस मानसिक तनाव से अब और नहीं लड़ सकती. मैं बहुत अपमानित महसूस कर रही हूं. मैं माफ़ी चाहती हूं लेकिन अब और नहीं सह सकती.” सुसाइड नोट के सामने आने के बाद छात्रों में भारी आक्रोश फैल गया.
कुलपति को बुलाने की मांग पर अड़े परिजन, छात्रों ने भी किया प्रदर्शन
छात्रा की मौत की खबर के बाद शनिवार सुबह से ही परिजन और छात्र विश्वविद्यालय परिसर के मुख्य द्वार पर धरना देकर बैठ गए. परिजनों की मांग थी कि कुलपति खुद आकर जवाब दें और आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. प्रदर्शन के दौरान गुस्से में आकर मृतका की मां ने डीन को थप्पड़ भी मार दिया. छात्रों का कहना है कि यह कोई पहली घटना नहीं है, विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार छात्रों की शिकायतों को नजरअंदाज करता रहा है.
दो प्रोफेसर गिरफ्तार, तीन अन्य पर भी दर्ज हुआ मुकदमा
पुलिस ने छात्रा के सुसाइड नोट और परिजनों की तहरीर के आधार पर पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. इनमें दो प्रोफेसर, महिंदर और शैलजा को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. अन्य तीन आरोपियों की तलाश जारी है. पुलिस ने बताया कि दोषियों के खिलाफ ठोस साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा.
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर मौजूद
घटना के बाद विश्वविद्यालय परिसर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर डटे हुए हैं और परिजनों को शांत कराने की कोशिश की जा रही है. पुलिस का कहना है कि छात्रा की मौत के पीछे के हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. प्रदर्शन को शांतिपूर्वक खत्म करने के लिए स्थानीय प्रशासन लगातार मध्यस्थता कर रहा है.