लखनऊ में कमरूल हक नाम के युवक ने अपना नाम विवेक बताकर झांसे में लेते हुए हिंदू युवती से शादी कर ली। अपने घर जाने के बजाय वह ससुराल में ही घरजमाई बनकर 7 साल तक रहा। जब युवती उससे ससुराल जाने की बात कहती तो वह टालमटोल कर देता। जब युवती ने ज्यादा दबाव बनाया तो युवक उसे छोड़कर फरार हो गया।
अब वह युवती का फोन नहीं उठा रहा है। पीड़िता ने रहीमाबाद थाने में रिपोर्ट दी है। उसने पुलिस को बताया है कि कमरूल ने उसे अपना नाम विवेक बताया था। साथ ही बताया था कि वह दहेलिया, पिहानी, हरदोई का रहने वाला है और ट्रैवल एजेंसी में काम करता है।
वृद्धा पेंशन का काम करती थी पीड़िता
पीड़िता 2017 में ब्लॉक स्तर पर वृद्ध महिलाओं की पेंशन बनवाने का काम करती थी। एक दिन उसके मोबाइल पर एक अनजान व्यक्ति का फोन आया। उसने खुद को विवेक पुत्र रामपाल बताया। कई बार मना करने के बाद भी वह लगातार फोन करता रहा।
बाद में वह युवती के घर आया और शादी का प्रस्ताव रखा। युवती ने अपनी बड़ी बहन और बहनोई को इस बारे में बताया। पूछताछ में आरोपी ने खुद को विवेक कुमार रावत बताया। उसने अपना पता दहेलिया, पिहानी, हरदोई बताया और ट्रैवल एजेंसी में काम करने की बात कही।
शादी के बाद किराए पर रहने लगे
2017 में आर्य समाज मंदिर में दोनों की शादी हुई। शादी के बाद दोनों लखनऊ में किराए के मकान में रहने लगे। कोरोना महामारी के दौरान युवती ने पति से उसके घर चलने को कहा। लेकिन, वह लॉकडाउन का बहाना बनाकर युवती के मायके में ही रहता रहा।
कोरोना के करीब दो साल बाद तक मायके में रहने के बाद जब युवती ने उस पर अपने घर चलने का दबाव बनाया, तो वह कहने लगा कि कुछ पैसे कमा लूं तो घर चलेंगे। यह कहकर कमरूल दिल्ली चला गया। पीड़िता ने 1 साल तक उसके आने का इंतजार किया।
फोन न उठाने पर पहुंची गांव
1 साल बाद जून 2025 में पीड़िता ने फिर फोन किया तो कमरूल ने बताया कि लखनऊ में काम अच्छा नहीं चल रहा था इसलिए मैं दिल्ली आ गया हूं। यहां से वापस आने के बाद आपको अपने साथ लेकर घर चलूंगा। उसके बाद कमरूल ने फोन उठाना बंद कर दिया।
परेशान होकर पीड़िता ने अपने पति के घर का पता लगाने उसके बताए गांव पिहानी जिला हरदोई पहुंची। वहां पता चला कि उसके पति का नाम विवेक कुमार रावत नहीं है। उसका असली नाम कमरूल हक पुत्र रहमतुल्लाह है। वह मुस्लिम है और उसने धोखे से शादी की।
गांव में परिवार के साथ मिला आरोपी
पिहानी पहुंचने पर पता लगाते हुए पीड़िता जब कमरूल के घर पहुंची तो कमरूल और उसके परिवार वाले गुस्से में आ गए। उसे जान से मारने की नीयत से उस पर हमला करने लगे। किसी तरह भागकर अपने आपको बाथरूम में बंद कर लिया। डायल 1090 पर फोन किया, जिस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पीड़िता को बचाया।
मौके पर पहुंची पुलिस दोनों को थाना पिहानी ले गई। वहां पर पीड़िता ने एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया लेकिन आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। वहां से यह कहकर वापस कर दिया कि आपके साथ हुई सभी घटनाएं जिला लखनऊ में घटित हुई हैं। इसलिए आप अपनी शिकायत संबंधित थाने में जाकर दर्ज कराएं। रहीमाबाद पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर आरोपी पर गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।