मुरादाबाद : यूपी स्पेशल टास्क फोर्स और पुलिस की शनिवार की सुबह बदमाशों से मुठभेड़ हो गई. जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश के गर्दन के पास गोली लगी. पुलिस ने उसे पकड़ लिया. बदमाश अपने 2 अन्य साथियों के साथ हाथरस से किडनैप जियो फाइबर के मैनेजर को कार से लेकर पहुंचा था. सभी दिल्ली के एक कुख्यात के नाम पर फिरौती के 20 लाख रुपये लेकर जा रहे थे. इस दौरान डीएम आवास के पास टीम ने उन्हें घेर लिया. पुलिस ने मैनेजर को छुड़ा लिया. वहीं घायल बदमाश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उसके 2 अन्य साथियों को भी पकड़ लिया गया है.
एसपी सिटी रणवीर सिंह ने बताया कि मैनेजर अभिनव भारद्वाज के परिजन फिरौती के 20 लाख रुपये लेकर मुरादाबाद आए थे. रकम देने के बाद एसटीएफ की नोएडा यूनिट टीम ने बदमाशों का पीछा करना शुरू कर दिया. सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में जिलाधिकारी निवास के पास तड़के 5 बजे टीम ने कार सवार बदमाशों को घेर लिया. इस पर बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग करनी शुरू कर दी.
तीनों बदमाश उत्तराखंड के रहने वाले : जबाबी कार्रवाई में एसटीएफ ने भी गोली चलाई. गोली बदमाश विशाल (28) के गर्दन के पास लगी. उसे गिरफ्तार कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. वह राजपुरा चौकी धरमोला थाना कोतवाली अल्मोड़ा, उत्तराखंड का रहने वाला है. टीम ने उसके साथी सुजल कुमार (20) निवासी कनैली कोतवाली अल्मोड़ा और करन विष्ट (20) निवासी मालगांव चौकी धरमोला थाना कोतवाली अल्मोड़ा को भी गिरफ्तार कर लिया.
सभी बदमाश उत्तराखंड से मुरादाबाद पहुंचे थे. कार में बदमाशों के साथ जियो फाइबर के मैनेजर भी थे. टीम ने उन्हें छुड़ा लिया. बदमाशों के पास से कार, 50 हजार रुपये, मोबाइल आदि भी मिले हैं. बदमाश दिल्ली के कुख्यात बदमाश टिल्लू ताजपुरिया के नाम पर फिरौती की रकम लेने पहुंचे थे. अपहरण के बाद बदमाशों ने फिरौती की रकम की मांग की थी. इसे मुरादाबाद में देना तय हुआ था.
अब जानिए क्या है पूरा मामला : जिओ फाइबर कंपनी में मैनेजर अभिनव भारद्वाज हाथरस गेट थाना क्षेत्र के मोहल्ला नवल नगर में रहते हैं. वह 1 जनवरी की दोपहर घर से सिकंद्राराऊ के लिए निकले थे. इसके बाद वह लौटे नहीं. परिजन उनकी तलाश में जुटे थे. पत्नी स्वीटी भारद्वाज की ओर से दर्ज कराई रिपोर्ट में आरोप लगाया गया कि शाम तक पति की तलाश चलती रही है. रात 9 बजे अभिनव के सहकर्मियों से भी बात हुई. इसके बाद मोबाइल पर अज्ञात शख्स का फोन आया. बताया कि मैनेजर का अपहरण कर लिया गया है. 20 लाख रुपये मिलने पर ही छोड़ेंगे. बदमाशों ने पुलिस के पास जाने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी.
बदमाशों ने पूछा- कितने रुपये दे सकती हो : मैनेजर की पत्नी के अनुसार फोन करने वाले बदमाश ने पूछा था कि पति को छुड़ाने के लिए वह कितने रुपये दे सकती हो. इसके बाद 20 लाख रुपये देने तय हुए. वहीं मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी थी. बदमाशों ने खुद को दिल्ली के कुख्यात बदमाश टिल्लू ताजपुरिया गैंग का सदस्य बताया था. लिहाजा पुलिस और एसटीएफ मिलकर बदमाशों का सुराग लगा रहे थे.
हाथरस एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर थाना हाथरस गेट में मुकदमा दर्ज किया गया था. थाना पुलिस व स्वाट/सर्विलांस सहित 04 टीमों को लगाया गया था. एसटीएफ टीम से समन्वय स्थापित किया गया था. बदमाश अपहरण के बाद मैनेजर को उत्तराखंड ले गए थे