कानपुर: आईएएस अधिकारी और कानपुर डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह की नशे के खिलाफ खास कर तंबाकू के खिलाफ मुहिम रंग लाती दिख रही है. दरअसल कुछ महीने पहले ई-रिक्शा वेलफेयर संगठन के जिलाअध्यक्ष विनोद कुमार जनता दर्शन में डीएम के सामने पहुंचे थे. इस दौरान विनोद ने पान मसाला खा रखा था. उनकी समस्या सुनने के बाद डीएम ने तब गंभीर स्वर में कहा था कि पहले पान मसाला छोड़िए फिर आपसे बात होगी. इस वाकिए के करीब 2 महीने बाद शुक्रवार को एक बार फिर विनोद कुमार और जिलाधिकारी आमने-सामने हुए. इस बार डीएम को देखते ही विनोद ने कहा कि केवल उसने ही नहीं बल्कि छह अन्य साथियों का भी पान मसाला पूरी तरह से छुड़वा दिया है. यह सुनकर कलेक्टर के चेहरे पर खुशी आ गई.
बता दें, जनता दर्शन से आने के बाद डीएम के द्वारा कहे गए इस एक वाक्य ने विनोद की आदत और उसकी सोच को पूरी तरह से बदल दी. उसने उसी दिन संकल्प लेते हुए पान मसाला खाना छोड़ दिया. इतना ही नहीं उसने अपने अन्य छह ई-रिक्शा चालक साथियों को भी पान मसाला खाने के कई दुष्परिणाम बताकर उन्हें भी छुड़वा दिया. विनोद के इस संकल्प के बाद पूरे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई खासतौर पर उसकी बेटी की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था और अब उसके घर पर भी पहले की अपेक्षा काफी ज्यादा बेहतर माहौल है. शुक्रवार को जब ई-रिक्शा नियमितीकरण बैठक के दौरान विनोद ने यह सारी बातें डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह को बताई तो वह भी काफी ज्यादा खुश हुए और उन्होंने विनोद के इस कार्य की जमकर सरहाना भी की.
डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने विनोद के संकल्प की सराहना करते हुए बैठक में कहा कि, जब कोई व्यक्ति खुद को बदलता है तो उसका असर केवल उसी तक सीमित नहीं रह जाता बल्कि इसका सकारात्मक प्रभाव समाज में भी देखने को मिलता है. हम अपनी इच्छा शक्ति के जरिए न सिर्फ खुद को बदल सकते हैं बल्कि लोगों की भी बुरी आदतों से उन्हें छुटकारा दिलाकर उनकी भी जिंदगी को बदल सकते हैं.