मुजफ्फरनगर: भ्रष्टाचार और रिश्वत लेने की शिकायत पर पहुंची एंटी करप्शन टीम ने लेखपाल को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोच लिया। जिसके बाद एंटी करप्शन विभाग सहारनपुर की टीम ने आरोपी लेखपाल के खिलाफ भोपा थाना में मुकदमा दर्ज कराया है। लेखपाल को बंदोबस्त अधिकारी कार्यालय बिजनौर से गिरफ्तार किया गया है।
मुजफ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र के गांव मजलिसपुर तोफीर निवासी पापीन ने बताया कि चार फरवरी 2015 को उसकी माता सुदेशना ने गांव के जंगल की लगभग 11 बीघा भूमि को गांव के ही बलजीत से खरीदा था। भूमि के विक्रेता के नाम के स्थान पर क्रेता सुदेशना का नाम भूमि में दर्ज होना था। जिसके लिए क्षेत्रीय लेखपाल की रिपोर्ट प्रस्तुत होनी थी। खरीदार सुदेशना का पुत्र पापीन भूमि की दाखिल खारिज के लिए वर्षों से कार्यालय के चक्कर लगा रहा था। दाखिल-खारिज का कार्य करने के नाम पर बन्दोबस्त अधिकारी कार्यालय के लेखपाल पर पापीन ने रिश्वत मांगने के आरोप लगाते हुए अपने रिश्तेदार सोनू सैनी से सम्पर्क किया।
आरोपी लेखपाल बिजनौर का रहने वाला है
सहारनपुर के नागल निवासी सोनू सैनी भगीरथ सेना का सुप्रीमो है। सोनू ने मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल पर लेखपाल की शिकायत की। मंगलवार को एंटी करप्शन टीम ने आरोपी पक्ष के पापीन संग योजनाबद्ध तरीके से कार्य करते हुए क्षेत्रीय बन्दोबस्त कार्यालय बिजनौर पहुंचे। जहां लेखपाल अहसन को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। भ्रष्टाचार निवारण संगठन के मण्डल प्रभारी सुभाष सिंह ने बताया कि मजलिसपुर तोफीर निवासी सुदेशना ने साढ़े ग्यारह बीघा भूमि गांव के बलजीत से खरीदी थी। जिसके दाखिल खारिज के एवज में बन्दोबस्त एवं सर्वे लेखपाल 20 हज़ार रिश्वत मांगी थी, जिसे रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। आरोपी लेखपाल मो. अहसन के खिलाफ थाना भोपा में मुकदमा दर्ज कराया गया है। लेखपाल अहसन बिजनौर बन्दोबस्त कार्यालय से उस समय गिरफ्तार किया गया, जब पापीन द्वारा रिश्वत के 20 हज़ार रुपये दिए जा रहे थे। आरोपी बन्दोबस्त लेखपाल मौ.अहसन बिजनौर जिले के चांदपुर निवासी हैं।