नोएडा: उत्तर प्रदेश के नोएडा से अगलगी की बड़ी घटना सामने आई है। नोएडा सेक्टर-10 स्थित एमपीवी टावर की ऊपरी मंजिल पर आग लग गई। आग फनीचर कंपनी में लगी आग देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर ली। जानकारी के अनुसार, फेज वन थाना क्षेत्र के सेक्टर-10 स्थित टावर के अंदर फर्नीचर की दुकान में बुधवार दोपहर 12 बजे भीषण आग लग गई। घटना के दौरान तीन मंजिला टावर में फंसे चार-पांच लोगों ने बाहर निकलकर जान बचाई। आग लगने की सूचना मिलते ही फायर विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। इसके बाद राहत-बचाव कार्य शुरू किया।
जानकारी के अनुसार, आग सेक्टर-10 स्थित एमपीवी टावर के तीसरे फ्लोर पर बने फर्नीचर गोदाम में लगी थी। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसपास के क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। फायर विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए छह फायर टेंडर मौके पर भेजे गए हैं। दमकलकर्मी लगातार पानी और फोम का इस्तेमाल कर आग को बुझाने का प्रयास कर रहे हैं।
आसपास की दुकानों को खतरा
आसपास फर्नीचर की कई अन्य दुकानें और गोदाम होने के कारण आग फैलने का खतरा भी बना हुआ था, लेकिन समय रहते दमकलकर्मियों ने आग को सीमित दायरे में रोक लिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि आग लगने के तुरंत बाद गोदाम के कर्मचारियों और आसपास की दुकानों में मौजूद लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन आग में फर्नीचर और अन्य सामग्री को काफी नुकसान पहुंचा है।
नुकसान का सही आकलन आग पूरी तरह बुझने और मलबा हटाने के बाद ही हो सकेगा। अधिकारियों के मुताबिक, आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। प्राथमिक अनुमान के अनुसार, शॉर्ट सर्किट या इलेक्ट्रिक उपकरणों में खराबी इसकी वजह हो सकती है, लेकिन वास्तविक कारण का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
मौके पर पहुंची पुलिस
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने उस स्थान को घेरकर भीड़ को दूर रखा, ताकि राहत कार्य में बाधा न आए। दमकल विभाग के अनुसार, आग पर जल्द ही पूरी तरह काबू पा लिया जाएगा, लेकिन धुएं और जलती सामग्री के कारण ऑपरेशन में समय लग रहा है। आग लगने की सूचना पर चीफ फायर अफसर अपनी टीम के साथ दमकल की छह गाड़ियों के साथ मौके पर पहुंचे। अग्निशमन कर्मियों ने ब्रीदिंग एनालाइजर किट पहनकर आग बुझाना शुरू किया।
टावर में सबसे ऊपर वाले तल पर आग इतनी भीषण थी कि अग्निशमन कर्मियों को करीब डेढ़ घंटे तक कड़ी मेहनत करनी पड़ी। मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रदीप कुमार चौबे ने बताया कि टावर के अंदर चार फर्नीचर की दुकान हैं। इसमें दो कर्मचारी काम कर रहे थे। वहीं, दूसरे कमरों में तीन लोग बैठे हुए थे।
तुरंत भड़क गई आग
आग लगने के तुरंत बाद फर्नीचर की दुकान से आग की लपटें उठने लगी। पूरा फ्लोर धुएं से भर गया। यह टावर के अन्य स्थानों तक पहुंच गई। आग को फैलती देखकर दुकान के कर्मचारी भी भयभीत हो गए। पहले तो उन्होंने पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया। हालांकि, इस प्रयास में उन्हें कामयाबी नहीं मिली। फायर कर्मियों ने टावर के दोनों तरफ से हाउस पाइप लगाकर आग बुझाने का प्रयास किया जिसमें उन्हें एक घंटे से ज्यादा का समय लग गया।
सीएफओ का कहना है कि आग लगने के दौरान किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है। समय रहते टावर के सभी लोग बाहर निकल गए थे। बचाव कार्य के दौरान अग्निशमन कर्मियों ने अन्य स्टेशन से भी दमकल की चार गाड़ियां मौके पर बुलाई, जिनसे आग बुझाने में कामयाबी मिली। उन्होंने कहा कि कारणों के बारे में अभी जानकारी नहीं लग सकी है। जांच की जा रही है।