ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश में प्राइमरी स्कूलों को ऑपरेशन कायाकल्प के तहत स्मार्ट बनाया जा रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को ग्रेटर नोएडा के मथुरापुर में एक प्राइमरी स्कूल को स्मार्ट विद्यालय बनाया गया ताकि यहां की सुविधा प्राइवेट स्कूलों को टक्कर दे सकें। प्राइमरी स्कूल में यह कार्य है एक निजी कंपनी की सीएसआर स्कीम के द्वारा किया गया। जिसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सुदीप सिंह के द्वारा किया गया। इस मौके पर लोकसभा सांसद डॉ महेश शर्मा, दादरी विधायक तेजपाल सिंह नागर, जिला अध्यक्ष गौतम बुध नगर अभिषेक शर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा उत्तर प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों के गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा रहा है और अत्याधुनिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बच्चों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए भी तैयार करने के उद्देश्य से ऑपरेशन कायाकल्प के द्वारा विद्यालयों को स्मार्ट बनाया जा रहा है। इन विद्यालयों में स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल बोर्ड, प्रयोगशाला, समावेशी शिक्षा सुविधा और स्वच्छता में सेहत प्रबंधन को भी विशेष रूप से शामिल किया गया है। ऐसे ही ग्रेटर नोएडा के सेक्टर ओमिक्रोन वन में मथुरापुर प्राइमरी स्कूल को तैयार किया गया है। इस स्कूल को स्मार्ट बनने में लगभग डेढ़ करोड़ रुपए की लागत आई है जो एक निजी कंपनी के द्वारा सीएसआर स्कीम के तहत स्कूलों को अत्यधिक बनाया गया है।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री सुदीप सिंह ने कहा कि ग्रेटर नोएडा में एक परिषदीय विद्यालय को स्मार्ट विद्यालय बनाया गया है। यह कार्य होंडा कंपनी की सीएसआर स्कीम के साथ बेसिक शिक्षा विभाग के द्वारा मिलकर किया गया है। इसी स्कूल में जो सुविधाएं दी गई है यह सुविधा निजी स्कूलों को टक्कर दे रही है। ऐसे स्कूलो में डिजिटल बोर्ड, प्रोजेक्टर बच्चों के बैठने के लिए डेस्क व अन्य आधुनिक सुविधाएं भी बच्चों को यहां पर मिलेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस विद्यालय को बड़े ही अनोखे तरीके से तैयार किया गया है यहां पर एक भी पेड़ को काटा नहीं गया इस स्कूल का निर्माण ग्रीन स्कूल मॉडल के अनुरूप किया गया है। वही स्कूल में स्मार्ट क्लास की सुविधा दी गई है प्रत्येक कक्षा में डिजिटल बोर्ड और स्मार्ट लर्निंग टूल्स लगाए गए है। यहाँ पर शिक्षा के साथ-साथ स्वच्छता और सेहत का भी पूरा ध्यान यहां पर रखा गया है। छात्रों के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था आरओ एवं वाटर फिल्टर के माध्यम से की गई है। वहीं छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए गए हैं स्कूल में सुरक्षा के भी विशेष प्रबंध किए गए हैं। आकस्मिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए स्कूल में दो दरवाजे बनाए गए हैं। मिड डे मील के लिए अलग से भवन तैयार किया गया है जहां छात्र आराम से बैठकर भोजन कर सके।