बांदा. यूपी के बांदा में एमबीबीएस तृतीय वर्ष की एक छात्रा ने हॉस्टल के कमरे में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. क्लास मेट जब मौके पर पहुंचे तो छात्रा को फंदे से लटका हुआ देख आनन-फानन में छात्रा को फंदे से नीचे उतार इमरजेंसी मेडिकल कालेज मे भर्ती कराया तब तक उषा भार्गव नाम की एमबीबीएस की छात्रा की मौत हो चुकी थी. इस घटना के बाद से मेडिकल कॉलेज परिवार में हड़कंप मचा हुआ है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पूरे मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है.
पूरा मामला बांदा जनपद के शहर कोतवाली स्थित रानी दुर्गावती मेडिकल से सामने आया है जहां पर एमबीबीएस तृतीय वर्ष की छात्रा ने बुधवाार को संदिग्ध परिस्थितियों में अपने हॉस्टल के रूम में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. फंदे से लटका हुआ देख क्लासमेट के होश उड़ गए. छात्रा को इमरजेंसी मेडिकल कॉलेज पहुंचाया जहां देखते ही डॉक्टर ने छात्रा को मृत घोषित कर दिया है.
घटना के बाद से मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मचा हुआ है और तमाम लोग सकते हैं कि आखिरकार ऐसी क्या वजह है कि उषा भार्गव को अपनी जिंदगी खत्म करनी पड़ी. फिलहाल पूरा मामला अभी सस्पेक्टेड है. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने मृतक छात्रा के परिजनों को सूचना भेज दी है. मृतक छात्रा राजस्थान के चूरू की रहने वाली थी. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है और पूरे मामले की जांच पड़ताल में पुलिस जुट गई है.
सूचना के बाद मौके पर पहुंचे लक्ष्मी निवास मिश्रा (अपर पुलिस अधीक्षक, बांदा) ने अपनी देखदेख में शव को पंचायत नामा भरवा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. अपर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि पूर्व में भी छात्रा ने एक बार कयाश लगाए जा रहे हैं कि आत्महत्या का प्रयास किया था क्योंकि उसके हाथ की कलाई में ब्लेड से काटने का निशान हैं. बुधवार को उसने हॉस्टल रूम के अंदर पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.